
ब्रिटेन ने जंक फूड के विज्ञापनों को लेकर उठाया बड़ा कदम।
लंदन। ब्रिटेन जंक फूड के विज्ञापन पर सख्त पाबंदी लगाने की योजना बना रहा है। सरकार देश में बढ़ते मोटापे की समस्या को नियंत्रित करना चाहता है। माना जा रहा है कि इसे कोरोना वायरस से मौतों का कारक माना गया है।
देश के स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग के अनुसार टेलीविजन पर शाम 9 बजे से पहले उच्च वसा,चीनी या नमक वाले खाद्य पदार्थों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। सरकार शर्करा उपचार पर खरीद-एक-एक-नि:शुल्क पदोन्नति को भी समाप्त कर देगी और दुकानों में और साथ ही रेस्तरां में अधिक कैलोरी वाले उत्पादों पर कैलोरी लेबल की आवश्यकता होगी। यह अल्कोहल युक्त पेय पदार्थों पर कैलोरी काउंट लगाने के लिए परामर्श शुरू कर रहा है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बयान में कहा कि वजन को कम करना कठिन है, लेकिन कुछ छोटे बदलावों के साथ हम सभी फिट और स्वस्थ महसूस कर सकते हैं।" "अगर हम सब अपना काम करते हैं, तो हम अपने स्वास्थ्य जोखिमों को कम कर सकते हैं।"
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण ब्रिटेन में अब तक 45,752 लोगों की मौंत हो चुकी है। वहीं 299,426 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसक का मुख्य यहां के लोगों में कमजोर इम्यूनिटी को बताया गया है। जंक फूड के कारण यहां पर मोटापा एक गंभीर समस्या बन गया है। ऐसे में सरकार इस तरह के कदम उठा रही है। हालांकि इस योजना को लेकर व्यापारियों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के कारण उन्हें पहले ही नुकसान हो चुका है और अब इस तरह के कदम से उनके व्यापार पर असर पड़ेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि लगभग दो-तिहाई ब्रिटिश वयस्क अधिक वजन वाले हैं और तीन में से एक बच्चे का वजन प्राथमिक स्कूल से बहुत अधिक है। बहुत अधिक भारी होना भी लोगों को कोरोनो वायरस से अधिक जोखिम में डालता है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
Updated on:
27 Jul 2020 11:43 am
Published on:
27 Jul 2020 11:40 am
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