
अमरीका का एयरफोर्स वन विमान।
वॉशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति (US President) की यात्रा के लिए सबसे आधुनिक विमान एयरफोर्स वन (Airforce one) को अपग्रेड करने की तैयारी चल रही है। इस विमान की गति पर खास काम किया जा रहा है। इसके लिए जॉर्जिया स्थित एक एविएशन स्टार्टअप (Aviation Startup) कंपनी हर्मियस के साथ करार किया जा रहा है। ये कंपनी अमरीकी विमान के लिए हाइपसोनिक एयरक्राफ्ट इंजन (Hypersonic Aircraft engine) को तैयार करेगी। इस परियोजना के लिए अमरीकी वायुसेना की ओर से फंडिंग की जा रही है। वायुसेना के प्रेसिडेंशियल एंड एक्जिक्यूटिव एयरलिफ्ट डायरेक्टोरेट राष्ट्रपति के विमान की देखरेख का काम करता है।
इसे सरकारी फंड दिया गया है
इस इंजन की मदद से विमान की गति में काफी सुधार आएगा। हाइपरसोनिक इंजन से लैस ऐयरफोर्स वन की गति पांच गुना बढ़ सकती है। वह मात्र 90 मिनट में न्यूयॉर्क से लंदन पहुंच सकता है। इस दूरी को तय करने में फिलहाल सात घंटे का समय लग जाएगा। इस स्टार्टअप कंपनी ने एयरफोर्स के सामने मैक 5 एयरक्राफ्ट इंजन को दिखाने की कोशिश की। इसके बाद से इसे सरकारी फंड दिया गया है।
एयरफोर्स वन की खासियत
अमरीकी राष्ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन दो खास तरीके से बनाए गए हैं। यह बोइंग 747-200B सीरीज के विमानों में से एक है। ये विमान कुछ मिनटों के नोटिस पर उड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है। विमान में जाने के बाद भी अमरीकी राष्ट्रपति किसी से भी बात का सकते हैं और अमरीका पर हमला होने की स्थिति में विमान को मोबाइल कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
एयरफोर्स वन अकेला कभी नहीं उड़ता
ट्रंप का एयरफोर्स वन विमान कभी भी अकेले नहीं उड़ता है। इसके साथ कुछ कार्गो विमान हर वक्त साथ रहते हैं। इसके जरिए कोशिश होती है कि पिछड़े क्षेत्र की लोकेशन में भी ट्रंप को किसी तरह की समस्या न हो। ये कार्गो विमान अमरीकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन को सुरक्षा देने का काम करते हैं।
Updated on:
09 Aug 2020 09:47 am
Published on:
09 Aug 2020 09:45 am
बड़ी खबरें
View Allविश्व की अन्य खबरें
विदेश
ट्रेंडिंग
