
US gurudwaras Ban entry of Indian officials
अमरीका के सिख को-ऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ ईस्ट कोस्ट और अमरीका गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने देश के ९६ गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों की एंट्री बैन कर दी है। अब बैन किए गए इन सभी गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारी नगर कीर्तन या धार्मिक अनुष्ठान नहीं कर पाएंगे। जो भारतीय अधिकारी इन बैन का विरोध कर गुरुद्वारे में जाएगा उसके खिलाफ बकायदा कानूनन कार्रवाई होगी। दरअसल सिख को-ऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ ईस्ट कोस्ट और अमरीकी गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी खुद को अमरीका में सबसे बड़े गुरुद्वारा ऑर्गनाइजेशन होने का दावा करते हैं। बैन के इस फैसला का समर्थन सिख फ्रॉर जस्टिस ग्रुप ने भी कया है।
बैन की वजह क्या है?
कमिटी का मानना है कि 1984 में श्री हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) समेत 40 अन्य गुरुद्वारों में होने वाले हुए सैन्य आक्रमण के लिए भारतीय अधिकारी भी जिम्मेदार थे। इन अधिकारियों की वजह से सिख समुदायों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कमिटी का यह भी कहना है कि हमेश से सिख परिवारों के धार्मिक कामों में भी भारतीय अधिकारी बिना वजह दखलअंदाजी करते आ रहे हैं। इस दखलअंदाजी से बचने के लिए उन्हें बैन करना ही सही रहेगा।
इससे पहले कनाडा में भी बैन लगा था
कुछ दिन पहले ही कनाडा के 14 गुरुद्वारों में भारतीय अधिकारियों कोघुसने से मना कर दिया था। जिन अधिकारियों की एंट्री पर बैन लगाया गया है, उसमें भारतीय राजनयिक भी हैं। कनाडा गुरुद्वारा कमिटी ने हालांकि सह कहा है कि अधिकारियों को निजी रूप से गुरुद्वारा में आने की सिर्फ इजाजत है।
ब्रिटेन में भी अधिकारियों को इजाजत नहीं
यहां 100 के करीब गुरुद्वारा मौजूद है। इनमें से 70 के करीब गुरुद्वारे ने गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटियों ने इस घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर भारतीय अधिकारियों को पवित्र जगह पर नहीं घुसने देने के निर्णय का समर्थन किया है।
Published on:
09 Jan 2018 04:46 pm
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