पुलिस की ही आंखों के सामने उनकी कार लेकर फरार हो गया मुजरिम, दूसरी बार भी इस तरह से दिया चकमा
बता दें कि पिछले सप्ताह रीजनल रिलिजियस फ्रीडम फोरम 2019 के लिए ताइवान पहुंचे ब्राउनबैक ने ये बात कही। इस दौरान मंच पर प्रेसिडेंट त्साई इंग-वेन भी मौजूद थे। सीटीए के अनुसार, अमरीकी दूत ने यह कहते हुए चीन के तिब्बत पर कब्जे की निंदा की कि इससे तिब्बत की सभ्यता का केंद्र रहे बौद्ध धर्म को दानव व अपराधी बनाया गया। उन्होंने कहा, “तिब्बत के लोग उनके तिब्बत में नामौजूदगी से दुखी हैं और उस दिन के इंतजार में हैं जब उनकी वापसी होगी और वह अपना उचित स्थान ग्रहण करेंगे क्योंकि वह उनके सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक नेता हैं।” उन्होंने कहा, “हम चीन से परमादरणीय (दलाई लामा) या उनके प्रतिनिधियों के साथ शीघ्र बातचीत शुरू करने की अपील करते हैं।” आपको बता दें कि तिब्बत एक स्वतंत्र राज्य है, लेकिन चीन लगातार उसपर अपना दावा करता है।