
joe biden
वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र में अमरीका की एक अलग छवि को पेश करने की कोशिश की है। एक तरफ उन्होंने विश्व शक्ति को शांतिपूर्ण प्रयासों की ओर अग्रसर बताया, वहीं आतंकवाद पर कड़े प्रहार का वादा किया।
विफलताओं के परिणाम भुगतने पड़े
न्यूयॉर्क में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम एक नए शीत युद्ध की मांग नहीं कर रहे हैं, जहां दुनिया विभाजित है। अमरीका किसी भी राष्ट्र के साथ काम करने के लिए तैयार है जो शांतिपूर्ण प्रस्तावों का अनुसरण करता है। क्योंकि हम सभी को अपनी विफलताओं के परिणाम भुगतने पड़े हैं।
बाडेन ने कहा कि अमरीका ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। हम कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण डिमिल्ट्रीलाइजेशन को आगे बढ़ाने के लिए गंभीर और निरंतर कूटनीति चाहते हैं।
बेहतर सुसज्जित और अधिक लचीले हैं
बाइडेन ने कहा कि अमरीकी सैन्य शक्ति हमारे अंतिम उपाय का उपकरण होना चाहिए, न कि हमारा पहला। अमरीका वही देश नहीं है जिस पर 20 साल पहले 9/11 को हमला हुआ था। आज हम बेहतर सुसज्जित और अधिक लचीले हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम आतंकवाद के कड़वे दंश को जानते हैं। बीते महीने काबुल हवाई अड्डे पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले में हमने 13 अमरीकी नायकों और कई अफगान नागरिकों को खो दिया। जो लोग हमारे खिलाफ आतंकवादी कृत्य करते हैं, वे संयुक्त राज्य अमरीका को एक दृढ़ दुश्मन रूप में पाएंगे।
नैतिकता में हमें एफ मिलता है
यूएनजीए में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कोविड वैक्सीनेशन को लेकर दुनियाभर में चले अभियान को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि एक ओर, हम देखते हैं कि रिकॉर्ड समय में COVID के टीके विकसित हुए हैं, विज्ञान की जीत, मानव सरलता।
दूसरी ओर, हम राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी, स्वार्थ और अविश्वास की त्रासदी से जीत को पूर्ववत देखते हैं। हमने विज्ञान की परीक्षा पास की,लेकिन नैतिकता में हमें एफ मिलता है। एफ को फेल की श्रेणी में रखा गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को वैश्विक नेताओं से कहा, दुनिया कभी भी अधिक खतरे या अधिक विभाजित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी एक अलार्म की तरह है। हमें जलवायु संकट को समझना होगा। वहीं अफगानिस्तान और अन्य देशों में एक उथल-पुथल की घटनाएं शांति को विफल करने की कोशिश में लगी हैं।
Published on:
21 Sept 2021 08:30 pm
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