ईरान के खतरे का मुकाबला करने पर चर्चा
पॉम्पियो ने ट्वीट कर लिखा कि इजरायली पीएम और उन्होंने इस क्षेत्र में ईरान के घातक प्रभाव और खतरों का मुकाबला करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा आतंकवाद को हराने में इजरायल के लगातार समर्थन के लिए वे आभारी हैं। इजरायल और अमरीका के बीच का संबंध अटूट है।’
पॉम्पियो ने ट्वीट कर लिखा कि इजरायली पीएम और उन्होंने इस क्षेत्र में ईरान के घातक प्रभाव और खतरों का मुकाबला करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा आतंकवाद को हराने में इजरायल के लगातार समर्थन के लिए वे आभारी हैं। इजरायल और अमरीका के बीच का संबंध अटूट है।’
अमरीकी राष्ट्रपति के फैसले के समर्थन में उतरे थे नेतन्याहू गौरतलब है कि अमरीका के हवाई हमले के बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू शुक्रवार को ट्रंप प्रशासन के समर्थन में उतरे आए। बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एयर स्ट्राइक में ईरान की एलीट कुद्स फोर्स (इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की ब्रांच) के चीफ कासिम सुलेमानी की मौत हुई। नेतन्याहू ने इस पर कहा कि अमरीका के पास आत्मरक्षा का अधिकार है।
‘कासिम निर्दोष नागरिकों की मौत का जिम्मेदार’ नेतन्याहू ने एक और ट्वीट में कहा कि जिस तरह से इजरायल के पास सेल्फ डिफेंस का अधिकार है, ठीक उसी तरह अमरीका के पास भी यही अधिकार मौजूद है। कासिम सुलेमानी अमरीकी नागरिकों और कई निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है। वह ऐसे कई और हमलों की लगातार तैयारी कर रहा था।’
ईरान ने अमरीका को दी बदले की धमकी अमरीकी विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा था कि सुलेमानी को मारने के ट्रंप प्रशासन के फैसले ने कई आम नागरिकों की जान बचाई है। दूसरी ओर ईरान ने शुक्रवार को जनरल सुलेमानी की हत्या को जघन्य अपराध करार दिया हैै। उसने अमरीका से बदला लेने की धमकी दी है।