यहां बता दें कि हड़ताल की रूपरेखा बनाने के लिए यूनियन के कार्यकर्ताओं की बैठक सोमवार शाम को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की मुख्य शाखा पर हुई थी। जिसमें कर्मियों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील कि गयी। इसमें हड़ताल वाले दिन कार्यक्रम तय किये गए। पहले दिन कर्मचारी सिविल लाइन स्थित इलाहबाद बैंक के बाहर इक्कठा होकर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद अगले दिन यानि 31 मई को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया पर धरना प्रदर्शन होगा।
यूनियन नेता जेपी सरन ने बताया कि यूनियन ग्रेड एक से चार तक के अधिकारीयों के वेतन भी समझौते में शामिल करना चाहती है। लेकिन 5 मई को आईबीए के साथ बैठक में सिर्फ ग्रेड एक से तीन तक के अधिकारीयों को शामिल करने के अलावा वेतन वृद्धि में महज दो प्रतिशत इजाफे की बात कही गयी। जिससे कर्मचारियों में रोष है। अब सिवाय हड़ताल के कोई चारा नहीं है।
महीने के अंत में दो दिन बैंक ठप होने से कई प्रकार की सरकारी सेवायें डगमगाने का खतरा मंडरा रहा है। जिससे बैंक अधिकारीयों के साथ ही सरकार भी चिंतित है। क्यूंकि सभी कर्मचारियों का वेतन 31 या फिर एक तारीख को ही खातों में पहुंचता है। लेकिन अब हड़ताल के चलते ऐसा नहीं हो पायेगा। इससे अलर्ट रहते हुए रेलवे ने अपने कर्मचारियों को 29 मई को सेलरी के निर्देश दिए हैं। ताकि कर्मचारियों का वेतन न अटके।