Corona knocks in Moradabad: उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के बाद अब मुरादाबाद में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। मंगलवार को आरटीपीसीआर जांच में तीन नए संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें एक महिला चिकित्सक, एक बच्चा और एक युवक शामिल हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन अलर्ट जारी कर दिया है।
सिविल लाइंस की रहने वाली 29 वर्षीय महिला डॉक्टर लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं। वह शनिवार को अपनी मां से मिलने मुरादाबाद आई थीं। जुकाम और बुखार की शिकायत पर उन्होंने निजी लैब में जांच करवाई, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची, लेकिन तब तक वह वापस लखनऊ जा चुकी थीं। जांच में उनकी बहन की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डॉक्टर की मां और घरेलू सहायिका को क्वारंटीन कर दिया गया है।
भगतपुर टांडा के रहने वाले 34 वर्षीय युवक, जो गुरुग्राम में नौकरी करते हैं, छह जून को अपने घर आए थे। उन्हें वापसी के दौरान से ही जुकाम और गले में खराश की शिकायत थी। उन्होंने एक निजी अस्पताल में जांच कराई और मंगलवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सीएमओ के अनुसार युवक का परिवार गुरुग्राम में है और वह मुरादाबाद में अकेले हैं। उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है।
कुंदरकी निवासी एक वर्षीय बालक, जिसका परिवार दिल्ली में रहता है, उसे बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली, क्योंकि बालक के आधार कार्ड में मुरादाबाद का पता दर्ज था। बालक को फिलहाल दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है।
सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि सभी संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की पहचान की जा रही है। संक्रमित मरीजों की हर जरूरत का ध्यान रखा जा रहा है। दवाएं और अन्य संसाधन तत्काल उपलब्ध कराए जाएंगे। परिजनों की जांच की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
कोरोना के तीन नए केस सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। संक्रमण की चेन न बनने पाए, इसके लिए सैंपलिंग का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। संक्रमितों के परिवार को क्वारंटीन में रहने के निर्देश दिए गए हैं जब तक उनकी जांच नहीं हो जाती।
सीएमओ ने बताया कि जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। जिला अस्पताल की एमसीएच विंग में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग की गई है, साथ ही आपात स्थिति के लिए 30 से 40 बेड सुरक्षित रखे गए हैं।
10 से अधिक वेंटिलेटरों की टेस्टिंग की गई है, बाईपैप और एचएफएनसी मशीनें भी चालू की गई हैं। सभी ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा प्रभारी को गांवों में रेंडम सैंपलिंग के निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ स्वयं भगतपुर टांडा और कुंदरकी ब्लॉक का निरीक्षण करेंगे।
सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है। जिले में वैक्सीन, अस्पतालों में बेड और उपचार की पूरी व्यवस्था मौजूद है। उन्होंने अपील की कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, छोटे बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं विशेष सतर्कता बरतें। दो गज की दूरी और मास्क का पालन आवश्यक बताया गया है।
Published on:
12 Jun 2025 07:29 am