
सपा नेता एसटी हसन। PC: IANS
पूर्व सपा सांसद एसटी हसन ने आईएएनएस से कहा, "मस्जिद, मंदिर, चर्च और गुरुद्वारा इबादत की जगहें हैं। यहां पर अपने पालनहार की इबादत की जाती है। उसी ने सभी धर्म के लोगों को पैदा किया है। यह एक ही है, इसलिए अखिलेश यादव अपने ईश्वर पर पूरा भरोसा करते हैं और वो सपा सांसदों के साथ मस्जिद के अंदर गए। उन्होंने वहां पर यह दुआ भी मांगी कि ऊपर वाला भाजपा के लोगों को सद्बुद्धि दे और उन्हें राष्ट्रभक्त बनाए।"
सपा ने कहा, "मैं भाजपा को बताना चाहता हूं कि अखिलेश यादव मस्जिद उन्हीं लोगों के लिए दुआ करने गए थे, क्योंकि अखिलेश यादव समेत सभी सपा के लोग किसी को बद्दुआ नहीं देते हैं। समाजवादी पार्टी कोई मुसलमानों की पार्टी नहीं है, लेकिन वो मुसलमानों की हमदर्द है। पार्टी इंसाफ करती है और हक की बात करती है। उनका कोई दोहरा चरित्र नहीं है, जैसे मुसलमानों को लेकर अन्य पार्टियों का है।"
एसटी हसन ने कहा, "अखिलेश यादव जब मस्जिद में जाते हैं तो मुसलमानों का हौसला बढ़ाते हैं और जब मंदिर में जाते हैं तो हिंदुओं का हौसला बढ़ाते हैं। मस्जिद में जाने से हमारा हौसला बढ़ा है और अपनेपन का अहसास हुआ है। मुसलमान और हिंदू अलग नहीं, बल्कि एक ही हैं।"
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, "भाजपा के बहुत से अल्पसंख्यक लोग मुसलमान होकर कांवड़ लेकर जाते हैं। लेकिन इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं होती। जहां एक ओर मंदिर में मुसलमानों के जाने के बाद गंगाजल से शुद्धि की जाती है, वहीं हमारी मस्जिद में अखिलेश यादव सहित हिंदू सांसदों के जाने पर कोई शुद्धि नहीं होती है। हमारी मस्जिद में सब इंसान एक बराबर हैं।"
Published on:
24 Jul 2025 08:13 am
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