बता दें की इन दिनों मंडल में पुराने पुलों की मरम्मत के साथ ही ट्रैक को भी ब्लाक लेकर ठीक करने का काम किया जा है.जिससे हफ्ते में दो दिन मेगा ब्लॉक लिया जाता है। इस कारण कुछ ट्रेनों को रद्द करने के साथ ही कुछ को बदले मार्ग से तो कुछ रोक रोक कर गुजारा जाता है। जिससे इस ठंड में अभी तक ट्रेनों का संचालन पटरी पर नहीं लौटा है। इसके आलावा बीते 24 घंटे में मंडल में अलग अलग तीन जगहों पर पटरियां टूटी मिलीं। जिस कारण ट्रेनों को लूप लाइन से गुजारा गया। हालांकि कहीं से भी हादसे की कोई सूचना नहीं है।
जानकारी के मुताबिक मंडल में अलग-अलग स्टेशन को जाने वाली पैसेंजर ट्रेनें पहले ही रद्द हैं। ऊपर से ब्लाक और कोहरे के चलते मुख्य ट्रेनों का घंटों लेट होना यात्रियों के लिए दोहरी मार साबित हो रहा है। वैसे भी पिछले दिनों आये रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने स्पष्ट कर दिया था की यात्रियों की सुरक्षा पहले है। इसलिए संचालन धीमा ही रहेगा। वहीं रेल अधिकारी अब जनवरी के बाद से ही ट्रेनों के समय से संचालन की बात कर रहे हैं।