मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में जारी सपा में घमासान और फिर सुलह से अलग इस बार सत्ता पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी अपने अलग ही मन्त्र पर काम कर रही। पहले परिवर्तन यात्रायें और उसके बाद पिछड़ा व् अति पिछड़ा वर्ग सम्मलेन और अब दलित सम्मलेन कर भाजपा सपा और बसपा को सन्देश देने जा रही है। जिसके लिए उसके कार्यकर्त्ता लगातार डटे हुए हैं। इसी कड़ी में आगामी सात जनवरी को भाजपा मुरादाबाद में अनुसूचित जाति सम्मलेन करने जा रही है। जिसे सफल बनाने के लिए भाजपा के तमाम नेताओं ने डेरा डाल दिया है। पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री डॉ. मनन कौशल ने इसे अभूतपूर्व बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को टिप्स दिए और कहा कि वे दलित समाज के बीच जाकर मोदी सरकार के द्वारा उनके लिए किये जा रहे कार्यों को समझाएं।
सम्मेलन में साधा जाएगा निशाना
दरअसल सूबे में लोक सभा चुनाव की तरह ही भाजपा इस बार दलित वोट चाहती है, क्योंकि मुस्लिम मत उसे कितना मिल पायेंगे ये जग जाहिर है। इसी तर्ज पर भाजपा सूबे की सपा और बसपा को लगतार चुनौती भी दे रही है। पहले जातिगत सम्मलेन के तहत ही पिछले दिसम्बर महीने के दौरान ही पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग सम्मलेन विधान सभा वार आयोजित किये गए, वहीं दलितों को भी पार्टी से जोड़ने के लिए पार्टी अब अनुसूचित जाति सम्मेलन आयोजित करने जा रही है।
मोदी करेंगे रैली
ये सम्मलेन इसलिए भी भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हो चला है क्योंकि दो जनवरी की लखनऊ में परिवर्तन रैली का समापन है जिसमें पीएम मोदी रैली करेंगे। समेलन इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण होगा की आखिर सूबे के दलितों का मिजाज क्या है।