
मुरादाबाद: शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित जिला कारागार में हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने से हड़कम्प मच गया। पिछले दो साल से उम्रकैद की सजा जेल में बंद कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जेल स्टाफ पर मारपीट करने और हत्या करने का आरोप लगाया है। परिजनों के आरोपों के बाद जिला प्रशासन ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए है। जिसमें कैदी के शरीर पर चोटों के निशान मिले है। फ़िलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सम्भल के चंदौसी थाना क्षेत्र के रहने वाले हरद्वारी लाल पिछले दो साल से जेल में बंद थे। हत्या के आरोप में कोर्ट द्वारा हरद्वारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जेल अधिकारीयों के मुताबिक 2016 में जिला कारागार में सजा पूरी करने के लिए पहुंचे हरद्वारी की देर रात जिला कारागार में तबियत खराब हुई। जिसके बाद उन्हें जिला कारागार में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालात बिगड़ने पर हरद्वारी को जिला अस्पताल भिजवाया गया वहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों द्वारा हरद्वारी की मौत की पुष्टि के बाद उनके शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
परिजनों का आरोप है कि हरद्वारी को जेल में पीटा गया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गयी। हरद्वारी के शरीर पर चोटों के कई निशान मिले है । यही नहीं आरोप है कि जेल में हरद्वारी की मौत कई घण्टे पहले हो गई थी लेकिन जेल प्रशासन मामले को दबाने में जुटा रहा। जेल से जिस वक्त हरद्वारी को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया उस वक्त उनकी मौत हो चुकी थी, और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उनको देखते ही मृत घोषित कर दिया था।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा- नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें
उधर जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एसीएम रामजी लाल ने मोर्चरी पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और जांच का आश्वासन दिया है। एसीएम के मुताबिक हरद्वारी की मौत की जांच की जाएगी और शुरुआती जांच में शरीर पर चोटों के निशान मिले है। जेल प्रशासन ने हरद्वारी की मौत को वजह ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से मौत बताया है। जबकि एसीएम के मुताबिक शरीर पर पिटाई के निशान मिले है। फ़िलहाल मृतक हरद्वारी के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का पैनल करेगा और पोस्टमार्टम की विडियो रिकार्डिंग की जाएंगी। जो भी तथ्य आयेंगे उसके हिसाब से कार्यवाही की जायेगी। यहां बता दें कि इससे पहले भी जेल में कई बंदियों की मौत संदिग्ध रूप से हो चुकी है। लेकिन आज तक जेल प्रशासन पर सवाल उठने के बाद कार्यवाही नहीं हुई।
Published on:
12 Apr 2018 05:45 pm
बड़ी खबरें
View Allमुरादाबाद
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
