scriptउत्तर प्रदेश बजट 2018: मुरादाबाद में यूनिवर्सिट और मेडिकल कॉलेज खुलने कि जगी उम्मीद | up budget moradabad needs medical college and university | Patrika News
मुरादाबाद

उत्तर प्रदेश बजट 2018: मुरादाबाद में यूनिवर्सिट और मेडिकल कॉलेज खुलने कि जगी उम्मीद

स्थानीय विधायकों ने भी शहर के विकास से जुड़े कई प्रोजेक्ट खुद मुख्यमंत्री योगी को मिलकर सौंपे हैं।

मुरादाबादFeb 15, 2018 / 07:18 pm

jai prakash

moradabad
मुरादाबाद: योगी सरकार को अब एक साल बीतने को है। जिसमें कल शुक्रवार को योगी सरकार उत्तर प्रदेश का बजट लाने जा रही है। इस बजट को लेकर मुरादाबाद के लोग भी उम्मीद लगाए हैं। क्यूंकि यहां लम्बे अर्से से अटके प्रस्तावों पर मुहर लगने इ उम्मीद इस बजट से है। क्यूंकि स्थानीय विधायकों ने भी शहर के विकास से जुड़े कई प्रोजेक्ट खुद मुख्यमंत्री योगी को मिलकर सौंपे हैं। इसमें रेलवे स्टेशन रोड पर फ्लाई ओवर के अलावा सरकारी यूनिवर्सिटी भी शामिल है। इसको लेकर यहां के छात्रों ने लम्बा आन्दोलन भी चलाया है। पिछले दिनों शहर में आये डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी इसके संकेत दिए थे और कहा थी कि स्थानीय प्रशासन जमीन दे यूनिवर्सिटी हम देंगे।
पश्चिमी यूपी कि बड़ी खबरें, देखें बुलेटिन

OMG: महिला ने पांच बच्चों को दिया जन्म, तीन की मौत, दो गंभीर

शहर विधायक रितेश गुप्ता ने शहर से जाम कि समस्या को लेकर स्थानीय अधिकारीयों को प्रस्ताव तैयार करने को कहा था। वहीँ उन्होंने खुद मुख्य मंत्री से मिलकर यूनिवर्सिटी कि मांग की थी। क्यूंकि चुनाव के वक्त उन्होंने इसके लिए शहरवासियों से वादा किया था। जनपद में छह विधान सभाओं में से भाजपा के शहर और कांठ से ही विधायक हैं और दोनों ने अपने अपने इलाके के प्रोजेक्ट खुद मुख्यमंत्री को सौंपे हैं। इनमें सड़कें,पुल और कई जन जरूरत से जुड़े प्रस्ताव शामिल हैं।
मुरादाबाद के लिए इन चीजों कि मांग कि गयी है

1. स्टेशन रोड पर फ्लाई ओवर का निर्माण

2. सरकारी यूनिवर्सिटी

3. एक मेडिकल कॉलेज

4. जर्जर सड़कों और पुलियों का निर्माण
5. गोविन्द नगर फुट ओवर ब्रिज

6. रिंग रोड के लिए बजट

स्थानीय निवासी और कारोबारी अरविन्द मिश्रा के मुताबिक शहर वासियों ने भाजपा को विकास के वादे पर वोट किया था। अब भाजपा कि बारी है कि वो शहर वासियों को क्या लौटाती है। यहां के युवाओं के लिए यूनिवर्सिटी बड़ा मुद्दा रही है। क्यूंकि अकेले यही मंडल ऐसा है जहां सरकारी यूनिवर्सिटी नहीं है। इसके लिए लम्बे समय तक आन्दोलन भी चला है। खुद भाजपा ने इसे चुनावी वादा भी बनाया था। जिसे निभाने का अब सही वक्त आ गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो