
UP Weather: यूपी में अगले 3 दिन कड़ाके की ठंड का कहर | Image Source - Pinterest
UP Weather Alert: उत्तर प्रदेश में शीतलहर और घने कोहरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, बिजनौर सहित प्रदेश के 45 जिले घने कोहरे की चपेट में हैं। इनमें से 18 जिलों में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई है। हालात ऐसे हैं कि सड़कों पर वाहन बेहद धीमी रफ्तार से चल रहे हैं और कई जगह सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। ओस की बूंदें बारिश जैसी गिर रही हैं, जिससे गलन और ठंड और ज्यादा बढ़ गई है।
आगरा में घने कोहरे की वजह से ताजमहल पूरी तरह नजरों से ओझल हो गया। गोरखपुर और बलिया में सुबह के समय सड़कें और फर्श भीगी हुई दिखीं, जिससे लोगों को फिसलन का सामना करना पड़ा। ठंड के चलते लोग घरों में दुबके रहे और सुबह की गतिविधियां प्रभावित रहीं।
प्रदेश में मेरठ सबसे ठंडा जिला रिकॉर्ड किया गया, जहां न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। ठंड की मार का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दे रहा है। खुले इलाकों में लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेने को मजबूर हैं।
कोहरे की वजह से गोरखपुर, जालौन और वाराणसी रेलवे स्टेशनों पर 50 से अधिक ट्रेनें 2 से 10 घंटे की देरी से पहुंचीं। वहीं गोरखपुर एयरपोर्ट पर चार उड़ानें तय समय से देर से आईं। यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा, जिससे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग (IMD) ने अगले 2 से 3 दिनों तक भयंकर ठंड और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि बेवजह यात्रा न करें और सतर्कता बरतें। शनिवार को कोहरे के कारण प्रदेश में पांच सड़क हादसे हुए, जिनमें 30 वाहन आपस में टकरा गए और करीब 15 लोग घायल हो गए।
बुलंदशहर में कोहरे के चलते ब्रेजा कार सड़क किनारे लगे नल से टकरा गई। टक्कर के बाद कार में आग लग गई। कार चला रहे सेना के जवान ने समय रहते कूदकर अपनी जान बचाई। कुछ ही मिनटों में पूरी कार जलकर राख हो गई।
आज प्रदेश के 30 जिलों में कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट और 24 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार धूप निकलने की संभावना बेहद कम है। बीते एक हफ्ते में ठंड की वजह से प्रदेश में पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह ने बताया कि पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ दिख रहा है। इसके चलते अगले तीन दिनों में दिन और रात दोनों समय ठंड और बढ़ेगी और राहत की कोई संभावना नहीं है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. खलील खान ने किसानों को मौसम पर लगातार नजर रखने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि बदलते तापमान और कोहरे से फसलों में कीट और रोग बढ़ सकते हैं, इसलिए समय रहते उपाय जरूरी हैं।
डॉ. खान के अनुसार गेहूं की बुवाई के 20-30 दिन बाद पहली सिंचाई के बाद यदि जिंक की कमी दिखे तो 5 किलो जिंक सल्फेट और 16 किलो यूरिया को 800 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
छोटी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के लिए सल्फोसल्फ्यूरान या मेटासल्फ्यूरॉन का छिड़काव करें, जबकि मेट्रीब्यूजिन का उपयोग पहली सिंचाई के बाद करें। सरसों के खेत में नमी कम होने पर हल्की सिंचाई जरूरी है।
चने की फसल में कटुआ कीट लगने पर क्लोरपाइरीफास का छिड़काव करें। वहीं टमाटर और मिर्च के पौधों में रोग अधिक होने पर डाईमेथोएट या इमिडाक्लोप्रिड को पानी में घोलकर छिड़काव करने की सलाह दी गई है।
Published on:
28 Dec 2025 01:44 pm
बड़ी खबरें
View Allमुरादाबाद
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
