राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप है। गर्मी से तपने वाले बुंदेलखंड के पठारी क्षेत्र में भी ठंड ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। सर्द हवाओं ने ठिठुरन में इजाफा किया है। ठंड से बचाव के लिए तमाम स्थानों पर लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोहरा भी घना होने लगा है। लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, झांसी, आगरा, मेरठ, नोएडा, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, मुरादाबाद आदि सभी प्रमुख शहरों में शनिवार सुबह की शुरुआत घने कोहरे से हुई।
हाड़कंपाऊ ठंड के बीच घना कोहरा लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। इसकी वजह से वाहन सवारों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। दिन चढ़ने के साथ सर्दी का सितम कुछ कम हो रहा है. हालांकि कुछ जगह आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहने के कारण धूप से बहुत ज्यादा राहत नहीं मिल पा रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पहाड़ी इलाकों में पड़ रही ठंड का असर मैदानी क्षेत्रों में भी दिख रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते सर्द हवाएं चल रही हैं।
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में मौसम अब पूरी तरह से करवट ले चुका है। लखनऊ में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। बीते चौबीस घंटे में लखनऊ में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। इस वजह से रात में गलन में इजाफा हुआ है। वहीं कोहरे का स्तर भी बढ़ा है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक उत्तर प्रदेश में मौसम में लगातार बदलाव की स्थिति देखने को मिल रही है। 26 और 27 दिसंबर को भी राज्य में घने कोहरे की संभावना है। पश्चिमी यूपी में इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण मंगलवार को कई स्थानों पर बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इससे न्यूनतम तापमान में औसतन 1 से 2 डिग्री सेल्सियस का इजाफा देखने को मिल सकता है। छिछले से मध्यम कोहरे के कारण दृश्यता पर असर पड़ेगा। कोहरे के घनत्व बढ़ने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दृश्यता 200 मीटर से नीचे चले जाने की संभावना है।