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4.50 करोड़ खर्च फिर भी स्टेडियम का ड्रेनेज सिस्टम फेल, सिंथैटिक ट्रैक पर भरा दो फीट पानी

तीन साल से चल रहा निर्माण, अगर समय से पूरा हो जाता तो खराब नहीं होता ट्रैक, लगातार हो रही बारिश के चलते शहर में कई जगह जल भराव की समस्या, कई जगह घरों में कैद हुए लोग

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मुरैना. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम के सिंथैटिक ट्रैक निर्माण पर 4.50 करोड़ रुपए खर्च किया जा चुका है, इस पर पानी नही भरे, इसके लिए ड्रेनेज सिस्टम भी तैयार किया था लेकिन सिस्टम सफल नहीं हो सका और करोड़ों का ट्रैक पानी में डूब चुका है। पूरे स्टेडियम में दो फीट गहराई तक पानी भरा है।

शासन से 10 करोड़ रुपए स्टेडियम की मरम्मत के लिए मिले थे। इसमें से 5.50 करोड़ बहुद्देशीय खेल परिसर और 4.50 करोड़ सिंथैटिक ट्रैक निर्माण के लिए मिले थे। पिछले तीन साल से स्टेडियम में काम चल रहा है। खेल परिसर जिसमें शूटिंग रेंज व इंडोर टेबिल टेनिस कोड सहित अन्य कार्य चार माह पूर्व ही पूर्ण हो चुका है लेकिन खेल विभाग उसको हैंडओवर नहीं ले रहा। स्टेडियम परिसर में तीन ड्रेनेज पॉइंट बनाए गए हैं लेकिन वह ठीक से काम नहीं कर रहे इसलिए स्टेडियम के ट्रैक पर पानी भर गया। जिससे एक तो ट्रैक पर डाला गया डामर का कोड खराब हो जाएगा और ट्रैक पर फाइनल कोड डालना है, जो पानी भरने से जब तक ट्रैक पर नमी रहेगी, तब नहीं डाला जा सकता, इसके चलते काम में और विलंब होगा।

एमपी एग्रो के गोदाम में पानी भरने से खाद के 800 कट्टे भीगे

शहर में 7 घंटे हुई तेज बारिश के चलते शहर के अंबाह बायपास पर स्थित खाद गोदाम में पानी भर गया। चूंकि गोदाम परिसर नीचे है और सडक़ ऊंची इसलिए परिसर में भरा पानी ओवरफ्लो हुआ तो वह दफ्तर में घुस गया। जिससे दफ्तर में रखी स्टेशनरी सहित टेबल-कुर्सियां तक भींग गईं। वहीं जिस गोदाम में खाद भरा था, उसमें अंदर पानी घुसने से नीचे रखी खाद की बोरियां भींग गईं।

क्वारी-सोन व बांसुरी नदी उफनीं, 15 से 20 गांवों का रास्ता बंद

रामपुरकलां क्षेत्र में रात 3 बजे से सुबह 9.30 बजे तक तेज बारिश हुई। इधर श्योपुर जिले में हो रही तेज बारिश का पानी भी क्वारी, सोन व बांसुरी नदी में आने से नदियों में उफान आ गया। क्वारी नदी का पानी बामसौली रपटा पर 7 फीट ऊपर तक चढ़ आया, जिसकी वजह से बातेड़, बंगा, पचनया, भूरापुरा, जौंसिल, काठौन, गोटा सहित 10 गांवों का रास्ता बंद हो गया। वहीं सोन नदी का पानी डुंगरावली के पास बने रपटा पर दो से ढाई फीट ऊपर बह रहा है। जिसकी वजह से शक्तिपुरा, डुंगरावली, नीवाजीत सहित अन्य पुरा में लोग अंदर फंस गए हैं। रामपुरकलां क्षेत्र की बरसाती बांसुरी नदी का पानी बेरखेरा गांव पर बने रपटा पर 4 से 5 फीट पानी ऊपर आ गया। जिसकी वजह से बेरखेड़ा, सिंगारदे आदिवासी, सिंगारदे खालसा, बहेरी, भवरेछा गांवों के लोग अंदर फंस गए हैं, यहां रामपुरकलां थाने का पुलिस बल तैनात है।

मुरैना ब्लॉक में सबसे अधिक 414 मिमी बारिश, अंबाह में सबसे कम

15 जून से बारिश का सीजन शुरू होता है। इस बार मानसून ने जून महीने में ही पूरे जिले को भिगो दिया।॥ जिले में 15 दिन में अकेले मुरैना ब्लॉक में सबसे अधिक 414 मिमी बारिश हो चुकी है। वहीं सबसे कम 170 मिमी बारिश अंबाह में दर्ज की गई है। जिले में कुल 262.1 मिमी बारिश हो चुकी हैं, पिछले साल हुए बारिश 116.2 मिमी से 145.9 मिमी अधिक है।