
मुरैना. ग्वालियर-मुरैना चंबल क्षेत्र भाजपा-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से भरा हुआ है, इस क्षेत्र में कई केंद्रीय मंत्री और विधायक है, इसके बावजूद मुरैना में हुई 6 हत्याओं के दु:ख से पीड़ित परिवार के आंसू पोंछने अभी तक कोई भाजपा नेता नहीं पहुंचा है। जबकि इसी साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिससे साफ पता चल रहा है कि नेता भी ये सोचकर पीड़ितों से मिलने नहीं पहुंच रहे हैं कि कहीं ऐसा न हो एक पक्ष को खुश करने में दूसरा पक्ष नाराज हो जाए।
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के लेपा भिड़ोसा गांव में 5 मई को जमीन विवाद के चलते 9 लोगों को घेरकर गोली मार दी गई, जिसमें 6 लोगों की हत्या हो गई, वहीं 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, इस हादसे में 6 लोगों की हत्या हो जाने से पूरे परिवार पर गमों का पहाड़ टूटा पड़ा, क्योंकि ये परिवार बेटी की शादी करने के लिए गांव आया था, जिसकी खुशियां एक पल में मातम में बदल गई, हालात यह है कि हादसे के तीन दिन बाद भी पीड़ित परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्रियों का गढ़, लेकिन कोई नहीं पहुंचा आंसू पोंछने
ग्वालियर-मुरैना चंबल क्षेत्र में कई केंद्रीय मंत्री सहित भाजपा के दिग्गज नेता हैं। यह क्षेत्र सांसद नरेंद्रसिंह तोमर का है, हैरानी की बात तो यह है कि जिस परिवार में यह खूनी संघर्ष हुआ है, वह भी तोमर परिवार ही है, लेकिन इसके बादजूद यहां कोई भाजपा का दिग्गज नेता घटना के तीन दिन बाद भी नहीं पहुंचा हैं। यहां भाजपा के पूर्व विधायक मंगल सिंह तोमर हैं।
जमीन विवाद को लेकर सदियों से चला आ रहा खूनी खेल
चंबल क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर खूनी संघर्ष सदियों से चला आ रहा है, यहीं समीप स्थित भिड़ोसा गांव के निवासी पानसिंह तोमर जो कि फौज से रिटायर्ड हुए थे, उनकी जमीन पर भी दबंगों द्वारा कब्जा करने के कारण वे डकैत बन गए थे, लेकिन अभी तक यहां जमीन विवाद को रोकने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाए गए हैं, यही कारण है कि आज भी चंबल में खून का बदला खून से लिया जा रहा है, लेपा गांव में हुए जमीनी विवाद में भी ऐसा ही हुआ है, साल 2013 में एक पक्ष ने दो लोगों की हत्या कर दी थी, जिसके बदले में अब आरोपियों ने 6 लोगों को मौत के घाट उतारा है।
Updated on:
08 May 2023 10:17 am
Published on:
08 May 2023 09:38 am
बड़ी खबरें
View Allमुरैना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
