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7.31 करोड़ फूंके, नव निर्मित छात्रावास भवन में पड़ी दरारें, छात्रों के लिए संकट

शासकीय एक्सीलेंस उमावि क्रमांक एक के छात्रों के लिए डेढ़ साल पूर्व बनकर तैयार हुआ छात्रावास, जुलाई से रहेंगे छात्र

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मुरैना. शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक एक के छात्रों के लिए परियोजना कार्यान्वयन इकाई (पीआईयू) द्वारा छात्रावास के निर्माण पर 7 करोड़ 31 लाख रुपए फूंक दिए लेकिन डेढ़ साल बाद ही बिल्डिंग में कई जगह दरारें पड़ गई और कई जगह से प्लास्टर निकल रहा है। पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिससे छात्रों के लिए संकट खड़ा हो सकता है।

एक्सीलेंस होस्टल की बिल्डिंग का निर्माण अक्टूबर 2023 में पूरा हो चुका है। एक्सीलेंस स्कूल प्रबंधन को वर्ष 2024 में हैंडओवर हो चुका है। इसके निर्माण का ठेका ग्वालियर के ठेकेदार राजेश गुप्ता के पास था। निर्माण में क्वालिटी को नजरअंदाज किया गया, इसलिए पूरी बिल्डिंग जगह जगह से दरार दे चुकी है। इसमें पीआईयू विभाग के जिम्मेदारों ने भी अनदेखी की, अगर समय रहते मॉनीटरिंग करते तो ये स्थिति नहीं बनती। खास बात यह है कि शिक्षा सत्र के शुभारंभ के चलते अभी तक आधा दर्जन से अधिक छात्र होस्टल में आ चुके हैं, जुलाई तक और छात्र आएंगे। अगर समय रहते इस बिल्डिंग की मेंटीनेंस नहीं हुआ तो हादसा हो सकता है। बिल्डिंग के मुख्य गेट पर दीवार जमीन तल से लेकर तीसरी मंजित तक बिल्डिंग का साथ छोड़ चुकी है, जब भी तेज हवा चलती है तो यह दीवार कंपन करती है, ऐसा लगता कि कहीं गिर न जाए। इसके अलावा बिल्डिंग के पिछले हिस्से, सीढिय़ों पर अंदर कमरों सहित चारों तरफ की दीवारों में क्रेक हो गए और कई जगह से सीमेंट निकल गई है।

इसलिए बनवाए छात्रावास

शासकीय एक्सीलेंस स्कूल के छात्र- छात्राओं की बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए शासन ने अलग अलग छात्रावास का निर्माण कराने के लिए करोड़ों रुपए की राशि जारी की। इसमें से 7.31 करोड़ की लागत बालक छात्रावास और इतनी ही राशि से बालिका छात्रावास की बिल्डिंग का निर्माण कराया जा चुका है।

डेढ़ साल में छात्रों को नहीं मिल सकी है सुविधा

बालक छात्रावास की बिल्डिंग बने हुए डेढ़ साल हो गई। दो शिक्षा सत्र निकल चुके हैं लेकिन प्रोपर सुविधाएं के अभाव में छात्र नहीं ठहर रहे हैं। यह छात्रावास 100 सीटर है लेकिन अभी तक एक दर्जन से अधिक छात्र इसमें नहीं रुक सके हैं। उम्मीद है कि जुलाई से सुविधाएं बढ़ा दी जाएं तो छात्र संख्या बढ़ जाए। वहीं बालिकाओं के लिए बनाए गए छात्रावास को वर्ष 2024 में स्कूल प्रबंधन हैंडओवर कर लिया है। यहां दूसरा शिक्षा सत्र शुरू हो गया है लेकिन अभी तक छात्राएं इस छात्रावास में नहीं रुक सकी हैं। इसके पीछे व्यवस्थाओं की कमी बताई जा रही है।

बिल्डिंग में चलती हैं अन्य गतिविधियां

बालक छात्रावास की नवीन बिल्डिंग के निर्माण के साथ ही शिक्षकों को प्रशिक्षण, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कार्यशाला सहित अन्य कार्यक्रम चलते रहे हैं। पिछले शिक्षा सत्र से किताब वितरण केन्द्र बना दिया है। पिछले सत्र में भवन के जमीन तल पर कई कमरों में किताब रखी रही। अब पिछले हिस्से से किताबों का वितरण किया जा रहा है।

होस्टल की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके लिए हमने जिला शिक्षा अधिकारी, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल, संबंधित विभाग को पत्र लिखा है। लेकिन अभी तक मरम्मत नहीं कराई गई है।

मुकेश शाडिल्य, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय एक्सीलेंस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक एक, मुरैना

यह सही है कि होस्टल की बिल्डिंग दरार दे चुकी है। हमने तीन महीने पूर्व ठेकेदार को पत्र लिखा था लेकिन उसने अभी तक मरम्मत नहीं कराई है। बिल्डिंग की पांच साल की गारंटी है, ठेकेदार को रिमांडर कर रहे हैं, बिल्डिंग की जल्द मरम्मत कराई जाएगी।

राहुल सिंह, एसडीओ, पीआईयू