
मुरैना. नगर निगम की महापौर व पार्षदों ने छौंदा टोल पर चल रहा अनिश्चिकालीन धरने तीसरे दिन बुधवार से भूख हड़ताल पर बैठे थे। तभी यहां अपर कलेक्टर सी बी प्रसाद के साथ एनएचएआइ के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे। धरना समाप्त करने की कवायद चल रही थी, इसी दौरान अपर कलेक्टर वहां से चल दिए, तब उनको रोकने की कहकर बहस हो गई। अपर कलेक्टर ने यहां तक कह दिया कि हम जा रहे हैं, फांसी पर चढ़ा देना।
बहस की शुरूआत इस तरह हुई कि नेशनल हाइवे के अधिकारी जो पत्र तैयार करके लाए, उसमें लंबी चौड़ी भाषा लिखी हुई थी। तब सभी ने कहा कि शॉर्ट में लिखकर लाएं। तभी अपर कलेक्टर वहां से चल दिए तो उप नेता प्रतिपक्ष योगेन्द्र मावई ने कहा कि यहा नगर की फस्ट लेडी महापौर बैठी हैं, आपको जल्दी जाना ही था, फिर आए क्यों। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया। नेशनल हथोरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट मैनेजर उमाकांत मीणा अन्य अधिकारियों के साथ अपर कलेक्टर सी बी प्रसाद से मिले। अपर कलेक्टर ने पार्षदों द्वारा रखे विंदुओं पर चर्चा की और उनसे पूछा कि कहां क्या दिक्कत आ रही है, निगम का 22.64 करोड़ क्यों नहीं दे पा रहे हैं, तब एनएचआइ के अधिकारियों ने कहा कि हम एक माह में पैसे का भुगतान कर देंगे, इसके लिए हम लिखकर देने को तैयार हैं। उसके बाद टोल प्लाजा पर गए और लिखकर एक माह में पैसे देने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद भूख हड़ताल फिलहाल स्थिगित कर दी गई है।
कलेक्टर के साथ आज होगी चर्चा
नगर निगम की महापौर व पार्षदों ने पांच अन्य विंदु और रखे जिनमें सूबालाल का पुरा पर वसूली बंद करने, छौंदा गांव के सामने हाइवे क्रॉसिंग चौड़ी करने, निगम की तयशुदा से अधिक जमीन का उपयोग करने, करीब आठ लाख रुपए सर्विस टैक्स देने, निगम सीमा से टोल अन्यंत्र ले जाने आदि विंदुओं को लेकर कलेक्टर के साथ चर्चा होगी।
Published on:
14 Mar 2024 12:11 am
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