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आक्रोशित छात्रों ने नारेबाजी की, प्रदर्शन कर प्राचार्य का पुतला जलाया

- प्राचार्य के दीवारों पर पोस्टर चस्पा कर लगाए भेदभाव के आरोप, उच्च शिक्षा मंत्री के नाम लीड कॉलेज प्राचार्य को दिया ज्ञापन

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आक्रोशित छात्रों ने नारेबाजी की, प्रदर्शन कर प्राचार्य का पुतला जलाया

आक्रोशित छात्रों ने नारेबाजी की, प्रदर्शन कर प्राचार्य का पुतला जलाया


मुरैना. शासकीय विधि महाविद्यालय के छात्रों ने नारेबाजी कर कॉलेज परिसर में प्रदर्शन किया। आक्रोशित छात्रों ने प्राचार्य का पुतला जलाया। महाविद्यालय परिसर में जगह जगह दीवारों पर भ्रष्ट प्राचार्य मुर्दाबाद एवं भेदभाव करने वाली प्राचार्य मुर्दाबाद लिखे हुए पोस्टर चस्पा किए।
विधि महाविद्यालय के छात्रों ने महाविद्यालय में शिक्षा संबंधी एवं महाविद्यालय से सम्बन्धित अन्य समस्याओं को लेकर शासकीय कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य को उच्च शिक्षा मंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा महाविद्यालय के छात्रों ने कॉलेज परिसर मे काफी देर तक नारेबाजी कर अपना आक्रोश प्रकट किया और विधि महाविद्यालय की प्राचार्य को तानाशाह बताया। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से सुनील गुर्जर, रजनीश शर्मा, दुर्गेश रोजे, लोकेंद्र गौर, हर्षदीप निगम, छोटू कुशवाह, ऐंदल डबोरिया, खेम सिंह, सूरज परमार, रामनिवास गुर्जर, विवेक मौर्य, सुजय बघेल, ध्रुव सिकरवार, तरुण उपाध्याय, निखिल भदोरिया, सूरज राठौर, अशुओष माहौर, आकाश बघेल आदि लोग मौजूद रहे।
ये विंदु शामिल थे ज्ञापन में
- जब भी छात्र- छात्राएं कक्षाओं तथा अध्ययन संबंधी समस्या को लेकर प्राचाय के पास जाते हैं तो प्राचार्य अभद्र भाषा एवं अपमानजनक शब्दों से छात्र छात्राओं को अपमानित किया जाता है। प्राचार्य की शिकायत करने वाले छात्रों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता है।
- परीक्षा संचालित होने पर कक्षाओं में वरिष्ठ केन्द्राध्यक्ष, केन्द्राध्यक्ष एवं सहायक केन्द्राध्यक्ष द्वारा जानबूझकर बार- बार नकल चेक करने के बहाने छात्र-छात्राओं को मानसिक तनाव दिया जाकर समय बर्बाद किया जाता है एवं निवेदन करने वाले छात्रों के यहां जानबूझकर पर्ची डालकर चयनित छात्रों का यूएफएम बनाने की धमकी दी जाती है, एवं यूएफएम प्रकरण बनाए जाते हैं।
-शासन नियमानुसार पुलिस की ड्यूटी कॉलेज में छात्र छात्राओं के हित के लिए एवं बाहरी व्यवस्थाओं हेतु लगाई जाती है जबकि प्राचार्य द्वारा पुलिस बल को परीक्षा कक्षों में बुलाकर छात्र छात्राओं को डराया जाता है। पुलिस द्वारा कॉपी छीनकर अपमानित किया जाता है। इसका विरोध करने वाले कर्मचारियों पर प्राचार्य द्वारा कार्रवाई की जाती है एवं विरोध करने वाले छात्र छात्राओं का वीडियो बनाकर डराया जाता है जबकि परीक्षा कक्षों में पूर्व से ही सीसीटीवी कैमरे संचालित हैं।

अपडाउन के चलते शिक्षण व्यवस्था प्रभावित
विधि महाविद्यालय का अधिकांश स्टाफ अपडाउन करता है। इस कारण सुचारू एवं नियमित रूप से कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं। छात्र-छात्राएं कक्षाओं में बैठकर स्टाफ के आने का इंतजार करते हैं। अधिकांश स्टाफ कॉलेज आने के बाद भी प्राचार्य कार्यालय में बैठा रहता है। ऐसी स्थिति में प्राचार्य को हस्तक्षेप कर उनको कक्षाओं में भेजना चाहिए लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता।