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मुरैना में खूनी संघर्ष: झगड़ा न हो इसलिए डेढ़ साल पूर्व खाली कर दिया था गांव

हत्या के बाद गांव में तनाव के हालात, तीन थानों का पुलिस बल व वरिष्ठ अधिकारी मौके पर, स्थिति को किया नियंत्रण में

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मुरैना. नूराबाद थाना क्षेत्र के बरेंडा गांव में भोगीराम गुर्जर के लडक़ों के बीच जमीन को लेकर वर्ष 2022 से विवाद चला आ रहा था। इसी के चलते जमीन पर कब्जा होने के बाद डेढ़ साल पूर्व जसरथ गुर्जर ने गांव इसलिए खाली कर दिया कि विवाद न बढ़े और दो किमी दूर मुख्य सडक़ पर संता की तिवरिया के यहां रहने लगा था। लेकिन आरोपियों को फिर भी सब्र नहीं हुआ और बुधवार की सुबह जानलेवा हमला कर जसरथ गुर्जर व उसके लडक़े ओमप्रकाश गुर्जर पर गोलीबारी कर दी। गोली लगने से ओमप्रकाश गुर्जर की मौत हो गई। हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। सूचना मिलने पर एडीशनल एसपी सुरेन्द्रपाल सिंह डावर के नेतृत्व में तीन थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया।


जानकारी के अनुसार बरेंडा के भोगीराम गुर्जर ने दो शादी की थीं। पहली पत्नी के राजेन्द्र गुर्जर, पप्पू गुर्जर, गुल्लू गुर्जर, करुआ गुर्जर, रामरहीस गुर्जर और दूसरी पत्नी के दसरथ गुर्जर व बीरवल गुर्जर हैं। इनमें से पप्पू करीब 15 साल खत्म हो चुका है। इन दोनों पक्षों में खेतों के बंटवारे को लेकर वर्ष 2022 से विवाद चला आ रहा था। राजेन्द्र बगैरह ने खेत पर कब्जा कर लिया फिर भी विवाद ज्यादा न बढ़े इसलिए जसरथ गुर्जर ने गांव खाली करके संता की तिवरिया के पास मकान बना लिया था। उसके बाद भी राजेन्द्र गुर्जर के पक्ष के लोगों ने हत्या को अंजाम दे दिया। हत्या के बाद तनाव बढ़ता देख बानमोर, नूराबाद, रिठौरा थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में किया। मृतक ओमप्रकाश गुर्जर के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंपा गया और भारी पुलिस की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया।

जमीन के बंटवारे को लेकर हो चुकी थी पंचायत

मृतक पक्ष के लोगों का कहना हैं कि जमीन के बंटवारे को लेकर दो साल पूर्व पंचायत भी हो चुकी है। जिसमें दोनों पक्ष के रिश्तेदार, गांव व क्षेत्र के प्र्रमुख लोगों को बुलाया गया लेकिन मामला सुलट नहीं सका और विवाद चलता रहा। आज वही विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। जमीन संबंधी मामले में जिले में यह पहला विवाद नहीं था, इससे पूर्व भी कई वारदात हो चुकी हैं, उसके बाद भी पुलिस व प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा।

पुलिस गंभीरता बरतती तो नहीं होता मर्डर

बरेंडा गांव में 8 दिसंबर की रात को सिरोल की दो गाडिय़ों से आधा दर्जन से अधिक लडक़े आए थे जो मोनू गुर्जर के दोस्त बताए गए हैं, उनके द्वारा ताबड़तोड़ दो दर्जन फायर कर गांव में भय पैदा किया। उसके बाद से ही मोनू गुर्जर बंदूक लेकर घूम रहा था। अगर नूराबाद थाना पुलिस ने उक्त मामले को गंभीरता से लिया होता तो यह मर्डर वाली वारदात टल सकती थी।

इनके खिलाफ दर्ज किया अपराध

नूराबाद थाना पुलिस ने फरियादी जसरथ गुर्जर की रिपोर्ट पर आरोपी मोनू गुर्जर, जंडेल गुर्जर, रामरहीस गुर्जर, राजेन्द्र गुर्जर, गुलाब गुर्जर, दिनेश गुर्जर निवासी बरेंडा व तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। हत्या के बाद आरोपी घरों से फरार हो चुके हैं। आरोपियों गिरफ्तारी के लिए पुलिस पार्टियां रवाना हो चुकी हैं।

बरेंडा में जमीन के बंटवारे को लेकर एक ही परिवार के लोगों के बीच विवाद था। इसी को लेकर गोली मार दी जिससे पुत्र की मौत हो गई, पिता घायल है। इस मामले में सात नामजद व तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पार्टी रवाना कर दी हैं।

सुरेन्द्रपाल सिंह डावर, एडीशनल एसपी