इन उपभोक्ताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई
ऋषिकेश पुत्र प्रकाश शर्मा, निवासी मधुपुरी कॉलोनी पर 06 लाख 90 हजार 701 रुपए बकाया।रिलायंस इंफ्राटेक लिमिटेड भूमि स्वामी विमला देवी पत्नी जयेंद्र सिंह निवासी उसैद रोड पर 07 लाख 99 हजार 639 रुपए बकाया।
प्राचार्य डीएवी हाई स्कूल, सदर बाजार पर 22 लाख 81 हजार 116 रुपए बकाया।
मुकेश पुत्र गौरीशंकर राठौर निवासी पोरसा रोड डीएवी स्कूल के पास पर 06 लाख 15 हजार 636 रुपए बकाया।
कृष्ण पुत्र मंगल प्रसाद निवासी पोरसा रोड पर 06 लाख 43 हजार 525 रुपए बकाया।
सीधे तार डालकर जलाते हैं बिजली
शहरी क्षेत्र में कई जगह जहां केबिल नहीं हैं, वहां अभी भी सीधे तार डालकर बिजली जलाते हैं, जबकि सभी मकानों में मीटर लगाए जा चुके हैं। कई बार कंपनी के अधिकारी चोरी के केस भी बनाते हैं, लेकिन फिर भी सुधार नहीं हो रहा है।110 उपभोक्ताओं पर 230 करोड़ रुपए बकाया
शहर में भी लोगों पर करीब 115 करोड़ रुपए बिल बकाया है और वहीं ग्रामीणों पर 230 करोड़ का बिजली का बिल बकाया हैं। बड़े बकायादारों के कई कनेक्शन काटे जा चुके हैं। इस संबंध में प्रबंधक रविकांत प्रजापति ने बताया कि पूरे माह वसूली की कार्रवाई चलेगी।चल-अचल संपत्ति होंगी सीज
तालाबंदी अभियान चलाकर बड़े बकाएदारों की चल-अचल संपत्ति सीज होंगी। बिजली कंपनी यह कार्रवाई इसलिए कर रही कि कोई भवन स्वामी अपने आवासीय परिसर को बेच कर कहीं भाग न जाए। हालांकि नोटिस चस्पा करने के दौरान कंपनी के कर्मचारी बकायादारों को बिजली बिल की बकाया राशि जमा करने की समझाइश भी दे रहे हैं।घरों पर चस्पा किए नोटिस
विद्युत वितरण कंपनी ने बकायादार बिजली उपभोक्ताओं के घरों के बाहर नायब तहसीलदार कार्यालय के माध्यम से जारी वसूली नोटिस चस्पा किया गया है। अंतिम सूचना के तौर पर यह नोटिस जारी किया गया है। नोटिस भू-राजस्व संहिता की धारा 146 के अंतर्गत जारी किया गया है। नोटिस में बिजली बिल की बकाया राशि जमा किए जाने के लिए उपभोक्ताओं को सात दिवस का समय दिया गया है अन्यथा विभाग द्वारा संपत्ति कुर्की के माध्यम से राशि की वसूली की जाएगी।विभागवार ये है बिलों की स्थिति
विभाग बकाया
कृषि 4.56 लाखपशुपालन 3.10 लाख
फोरेस्ट 51 हजार
होमोपैथी आयुस 23 हजार
स्थानीय सरकार 11.32 लाख
पंचायत 63 हजार
स्वास्थ्य 61 हजार
पीएचई 3.69 लाख
राजस्व 12 हजार
शिक्षा 1.20 करोड़
एसबीआई 18 हजार
राज्य उत्पादन 1.15 लाख
जनजाति कल्याण 37 हजार
एरीगेशन 88 हजार
महिला बाल विकास 15 हजार
स्टाफ की कमी के चलते बकाया वसूली हो रही प्रभावित
स्टाफ की कमी के चलते बिजली बिल की वसूली प्रभावित हो रही है। अंबाह शहर एवं ग्रामीण अंचल के लिए अलग-अलग सहायक प्रबंधक की पद हैं लेकिन ग्रामीण अंचल के कई क्षेत्र में सहायक प्रबंधक न होने के कारण कर्मचारी ठीक ढंग से वसूली नहीं कर पा रहे हैं जिससे बकाया राशि लगातार बढ़ती जा रही है।सिर्फ 1500 उपभोक्ता नियमित भरते हैं बिल
अंबाह शहर में करीब साढ़े नौ हजार उपभोक्ता बिजली का उपभोग करते हैं। इनमें से 1500 उपभोक्ता ऐसे हैं जो रेगुलर बिल भरते हैं शेष 8 हजार से अधिक लोगों ने लंबे समय से बिजली बिल जमा नहीं किया और उनके ऊपर लाखों रुपए की राशि लंबे समय से बकाया है। इसकी वजह से बिजली कंपनी का एरियर बढकऱ 115 करोड़ तक पहुंच गया है।नये कनेक्शन देकर बिजली चोरी रोकने का प्रयास
अभियान के लिए निगम ने कर्मचारियों को डोर टू डोर भेजना भी शुरू कर दिया है। योजना के तहत बिजली चोरी वाले क्षेत्रों में कर्मचारी पहले सर्वे करेंगे, फिर जिन-जिन घरों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं, उन भवन स्वामियों को बिजली कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करेंगे। अभियान का लाभ केवल उन परिवारों को मिलेगा, जो बिना कनेक्शन बिजली का प्रयोग कर रहे हैं।फैक्ट फाइल
कुल बकाया 350 करोड़शहरी क्षेत्र बकाया 115 करोड़
ग्रामीण क्षेत्र बकाया 230 करोड़
कुल शहरी उपभोक्ता 9500
कुल ग्रामीण उपभोक्ता 12,000