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MP Election Result Live : दिमनी विधानसभा से भाजपा के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीते

मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट क्रमांक- 7 पर शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को संपन्न होने के बाद आज 3 दिसंबर को प्रदेश के सियासी नतीजे साफ हो रहे हैं। बात करें दिमनी विधानसभा सीट की तो यहां से भाजपा प्रत्याशी और कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने बसपा प्रत्याशी को 24 हजार 429 वोटों से हराया है। बताते चलें कि इस सीट पर 66.18 फीसदी मतदान हुआ था।

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MP Election Result Live

MP Election Result Live : दिमनी विधानसभा से भाजपा के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीते

चंबल संभाग के अंतर्गत आने वाले मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट प्रदेश की हॉट सीट तभी बन गई, जब भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रत्याशी बनाकर उतारा। नरेंद्र सिंह तोमर के इस सीट पर उम्मीदवार बनने के बाद से ही प्रदेशभर की नजरें इस सीट पर आ टिकी थी। अब सामने आए फाइनल नतीजों में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर ने निर्णायक जीत दर्ज कर ली है। नरेंद्र सिंह तोमर ने बसपा प्रत्याशी गिरिराज दंडोतिया को 24 हजार 429 वोटों से हराया है।


कब कितना मतदान

17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में दिमनी विधानसभा सीट पर 66.18 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 70.34 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 65.58 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है।

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सीट के राजनीतिक समीकरण

दिमनी विदानसभा सीट पर 2020 में हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर ने भाजपा प्रत्याशी गिर्राज सिंह दंडोतिया को हराया था। इस क्षेत्र में ब्राह्मण और क्षत्रिय मतदाताओं की निर्णायक भूमिका है। इसके अलावा एससी वर्ग के मतदाता भी यहां हार जीत तय करते हैं।

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भाजपा के नरेंद्र सिंह तोमर

भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिमनी विधानसभा सीट पर घोषित किए गए प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर मौजूदा समय में केंद्रीय मंत्री हैं। नरेंद्र सिंह तोमर करीब 20 साल बाद विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। नरेंद्र सिंह तोमर ने अपना पहला चुनाव ग्वालियर विधानसभा सीट से 1998 में लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत मिली थी। नरेंद्र सिंह तोमर पहला लोकसभा चुनाव भी ग्वालियर से ही जीते थे। इसके बाद वो केंद्र सरकार में मंत्री बने। 2019 में उन्होंने मुरैना से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीतकर एक बार फिर से संसद पहुंचे। इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। कुल मिलाकर नरेंद्र सिंह तोमर भाजपा के कद्दावर नेता हैं।

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रविंद्र सिंह तोमर

रविंद्र सिंह तोमर को कांग्रेस ने पहली बार 2020 उपचुनाव में दिमनी से प्रत्याशी बनाया था। इससे पहले रविंद्र सिंह ने पहली बार 2008 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरें थे। 2009 में भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन, इसके बाद उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली और 2013 में वो कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर मैदान में उतरे, लेकिन तब भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2020 के उपचुनाव में एक बार फिर कांग्रेस ने भरोसा जताया और उस भरोसे को सही ठहराते हुए दिमनी सीट से चुनकर विधानसभा पहुंचे।

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दिमनी विधानसभा के मतदाता

दिमनी विधानसभा के मतदाताओं की बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 2 लाख 30 हजार 520 है, इनमें 1 लाख 24 हजार 916 पुरुष और 1 लाख 5 हजार 604 महिला मतदाता हैं।

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दिमनी विधानसभा की जनता की आवाज

1- शहर में नेशनल हाईवे पर बने फ्लाईओवर की लंबाई बढ़ाकर धौलपुर साइड आरटीओ चेकपोस्ट और ग्वालियर साइड छौंदा टोल टैक्स तक पहुंचाई जानी चाहिए।

2- शहर के चारों तरफ एक रिंग रोड बने, ताकि अंबाह-पोरसा, जौरा-कैलारस और शहर से ग्वालियर-आगरा जाने वाले वाहन शहर के अंदर आए बिना सीधे बाहर जा सकें।

3- नगर निगम सीमा के चारों तरफ 4 अलग-अलग जोन ऑफिस बनाए जाएं, ताकि निगम में जुड़ी 12 पंचायतों के लोगों को टैक्स, भवन निर्माण, नामांतरण जैसे कामों के लिए 5 से 7 किलो मीटर दूर निगम ऑफिस के चक्कर न काटना पड़े।

4- रामपुर कलां इलाके की 12 पंचायतों में पेयजल और सिचाई के लिए लिफ्ट एरीगेशन के जरिए क्वारी नदी का पानी पहुंचाया जाना चाहिए।

5- जिले में स्थित 108 गौशालाओं का संचालन उद्योगपतियों के सहयोग से संचालित हो, ताकि सड़कों पर घूमने वाले आवारा गौवंश से 20 लाख की आबादी और किसानों को राहत मिल सके।

6- मुरैना जिला कृषि प्रधान है। इसलिए यहां कृषि कॉलेज और उच्च तकनीकी या व्यवसायिक शिक्षण संस्थान की स्थापना होना चाहिए। ताकि युवाओं में इन क्षेत्रों का ज्ञान बढ़े।

7- कैलारस स्थित शुगर मिल को सरकार चालू कराए, ताकि 10 हजार कर्मचारियों और 50 हजार से अधिक गन्ना उत्पादक किसानों को रोजगार के साथ साथ नकद फसल भुगतान से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष लाभ मिल सके।

8- अंबाह-पोरसा से शहर को जोड़ने वाले लालौर फाटक और शिकारपुर रेलवे क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर का निर्माण होना चाहिए।

9- शहर से ग्वालियर, अंबाह-पोरसा, जौरा - कैलारस - सबलगढ़ और धौलपुर जाने वाली बसों के लिए शहर से बाहर 4 अलग-अलग बस स्टैंड बनें, ताकि शहर के बैरियर और एमएस रोड पर ट्रैफिक जाम से निजात मिल सके।

10- रेलवे स्टेशन के मालगोदाम को शहर से बाहर शिफ्ट करना चाहिए, ताकि शहर में भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लग सके और लोगों को शहर में आवजाही में राहत हो।