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सबलगढ़ जिला बनाने के समर्थन में आंदोलन

बंद को व्यवसायियों ने भी पूर्ण समर्थन दिया और अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। हालांकि इस दौरान चाय-नाश्ते की दुकानें खुली रहीं।

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सबलगढ़ जिला बनाने के समर्थन में आंदोलन

सबलगढ़ जिला बनाने के समर्थन में आंदोलन

सबलगढ़. केन्द्र सरकार ने भले ही रविवार को जनता कफ्र्यू का आव्हान किया हो, लेकिन सबलगढ़ के बाजार में एक दिन पहले ही शटडाउन के हालात नजर आए। हालांकि यह बंद कोरोना संक्रमण के मद्देनजर नहीं, बल्कि सबलगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने के विरोध में आयोजित किया गया था।

हाल ही में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश में तीन नए जिले बनाने की घोषणा की गई है। चूंकि सबलगढ़ को जिले का दर्जा नहीं दिया गया, इसके विरोध में सर्वदलीय संघर्ष मोर्चा ने शनिवार को बंद का आव्हान किया। बंद को व्यवसायियों ने भी पूर्ण समर्थन दिया और अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले। हालांकि इस दौरान चाय-नाश्ते की दुकानें खुली रहीं।

सर्वदलीय संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने बाजार में रैली निकाली और सबलगढ़ को जिला बनाए जाने के समर्थन में नारे लगाए। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस सरकार नहीं रही, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जब तक सबलगढ़ को जिले का दर्जा नहीं दिया जाता, यह आंदोलन जारी रहेगा।

सर्वदलीय संघर्ष मोर्चा में शामिल होकर कांग्रेस व आम आदमी पार्टी सहित विभिन्न गैरराजनीतिक संगठनों के लोग भी सडक़ों पर उतरे।

साथ नहीं दिखे भाजपा कार्यकर्ता

सबलगढ़ को जिले का दर्जा देने की मांग का अभी तक समर्थन करते रहे भाजपा कार्यकर्ता बंद के दौरान सर्वदलीय संघर्ष मोर्चा के साथ नजर नहीं आए। इस बात को लेकर लोगों का कहना रहा कि अब भाजपा की सरकार बनने की संभावना है, इसलिए शायद कार्यकर्ता कन्नी काट गए होंगे।

हालांकि नगर मण्डल अध्यक्ष अवधेश गोयल ने कहा कि मैं शनिवार को बाहर था, लेकिन इस आंदोलन में मैं साथ हूं। उन्होंने कहा कि दूसरे कार्यकर्ता साथ क्यों नहीं आए, पता करता हूं।

बंद के दौरान मुस्तैद रही पुलिस

सबलगढ़ बंद के दौरान पुलिस महकमा भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। हालांकि इस दौरान कहीं, कोई अशांति नजर नहीं आई। व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वेच्छा से ही बंद रखे। फिर भी एहतियात के तौर पर पुलिस अधिकारियों ने नगर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस तैनात कर रखी थी।

लोगों का कहना है कि बंद इसलिए भी प्रभावी रहा, क्योंकि इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए यूं भी सरकार लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दे रही है।

नागाजी मंदिर पर पूजा का समय बदला

रविवार को जनता कफ्र्यू को देखते हुए नगर के नागाजी मंदिर पर पूजा का समय परिवर्तित किया गया है। महंत रामलखन दास ने बताया कि 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात 9 बजे तक मंदिर के पट बंद रहेंगे। रात्रि कालीन आरती नौ बजे के बाद की जाएगी। इस दौरान मंदिर में अखण्ड ज्योति जलाकर संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रार्थना की जाएगी।