मुरैना. नेशनल हाईवे क्रमांक 552 मुरैना से श्योपुर जाने वाले मार्ग पर निर्माणाधीन सडक़ का कार्य गुणवत्ताहीन होने से जगह जगह दरार हो चुकी हैं, कुछ जगहों पर सडक़ गिट्टी छोड़ रही है। सडक़ निर्माण में हो रहे घटिया कार्य के विरोध में रहवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी कर सडक़ निर्माण दोबारा कराए जाने की मांग की। लोगों का कहना हैं कि अभी सडक़ का पूरी तरह निर्माण भी नहीं हुआ है, अभी से जर्जर हो रही है तो फिर आगे की क्या उम्मीद करें।
नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभाग द्वारा बैरियर फ्लाईओवर से मुरैना गांव तक चार किमी लंबाई तक सीमेंट कंकरीट की सडक़ का निर्माण किया जा रहा है। सडक़ में निर्माण गुणवत्ताहीन होने से सडक़ में जगह जगह दरार पड़ गई हैं, कुछ जगह से गिट्टी निकलने लगी है। पलिया कॉलोनी में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। सोमवार की सुबह रहवासियों ने एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सडक़ को दोबारा निर्माण कराने की मांग उठाई। इस सडक़ का निर्माण कार्य कार्यपालन यंत्री आईपीएस जादौन की देखरेख में शुरू हुआ था, उस समय भी कई बार शिकायत आई लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। उनके सेवानिवृत्त होने पर पी के प्रजापति कार्यपालन यंत्री नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभागा का प्रभार मिला है, लेकिन वह मुरैना आए हैं, तब से किसी को फोन नहीं उठाते। उनको कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
पलिया कॉलोनी में करीब 500 फीट तक सडक़ में जगह जगह दरार पड़ गई हैं, गिट्टी निकलने लगी है। इसी तरह टाटा मोटर्स शोरूम के सामने, मैदा मिल के सामने, शिव मंदिर के पास, मुरैना गांव पेट्रोल पंप के पास सडक़ जर्जर हालत में पहुंच गई है।
सडक़ के दोनों तरफ ढाई मीटर फुटपाद और डेढ़ मीटर चौड़ा नाला निर्माण होना था। सिर्फ मुरैना गांव से दाऊजी मैरिज गार्डन तक एक तरफ नाले की खुदाई की जा सकी है, वह नाला टेड़ा मेढ़ा बनाया गया है। उसके बाद नाले का काम बंद कर दिया है।
मुरैना गांव से बैरियर तक सडक़, नाला व फुटपाद का निर्माण समय सीमा में पूरा नहीं हो सका है। सडक़ का निर्माण नवंबर महीने में शुरू हुआ था और अप्रैल तक पूरा करना था लेकिन जून का महीना पूरा होने को है, अभी तक सडक़ निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हुआ है, उसके बाद नाला व फुटपाद भी बनना हैं।
सडक़ निर्माण में सीमेंट सरिया की मात्रा न के बरावर मिलाई गई है। इसलिए सडक़ जगह जगह दरार दे चुकी है। निर्माण के समय से अधिकारियों ने मॉनीटरिंग नहीं की।
सडक़ का निर्माण घटिया स्तर का हुआ है। इसलिए जगह जगह फट रही है। सडक़ निर्माण पर 18 करोड़ रुपए निर्माण कंपनी को मिला, उसके हिसाब से काम नहीं किया।
सडक़ का निर्माण एक जैसा नहीं हैं। एक तरफ ऊंची और एक तरफ नीची कर दी है। वहीं सडक़ का लेबिल ठीक से नहीं होने पर दुकानों में पानी भर रहा है।
सडक़ का निर्माण गुणवत्ताहीन होने पर सीएम हेल्पलाइन व अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। सीमेंट की जगह रेत ज्यादा मिलाया गया है।
बैरियर से मुरैना गांव तक बनाई जा रही सडक़ में दरार पड़ी हैं, इसके लिए नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री को बुलाकर उनसे जवाब तलब करेंगे कि आखिर इस तरह की शिकायत क्यों आ रही है और इसका हर संभव सुधार कराया जाएगा।
Published on:
24 Jun 2025 12:36 pm