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समर्थन मूल्य पर अभी तक शुरू नहीं हो सकी खरीद, बाजरा की बंपर आवक

- किसानों ने कहा, पैसे की आवश्यकता तो आज है, कब तक इंतजार करें सरकारी खरीद का

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समर्थन मूल्य पर अभी तक शुरू नहीं हो सकी खरीद, बाजरा की बंपर आवक

समर्थन मूल्य पर अभी तक शुरू नहीं हो सकी खरीद, बाजरा की बंपर आवक

मुरैना. हर साल बाजारा मंडी में आने के साथ ही समर्थन मूल्य (सरकारी दर) पर खरीद शुरू हो जाती थी लेकिन इस साल मंडी में बाजरा की आवक एक महीने पहले ही शुरू हो चुकी है लेकिन नागरिक आपूर्ति निगम अभी तक पंजीयन ही कर रहा है। उधर मंडी में बाजरा लेकर आए किसानों का कहना हैं कि सरकारी खरीद का कब तक इंतजार करें, पैसे की आवश्यकता तो आज पड़ रही है।
कृषि उपज मंडी में 21 सितंबर से बाजरा की आवक शुरू हो गई थी। अभी तक 40 हजार क्विंटल बाजरा किसान का मंडी में आ चुका है। जबकि सरकारी खरीद कब शुरू होगी, इसकी कोई तैयारी नहीं हैं। जिस विभाग को बाजरा खरीद का जिम्मा दिया गया है, उस विभाग के जिम्मेदारों के पास कोई बाजरा खरीद को लेकर कोई प्लान नहीं हैं। इसी के चलते सरकारी खरीद केन्द्र अभी तक शुरू नहीं हो सके हैं। कृषि उपज मंडी मुरैना में चार हजार से पांच हजार क्विंटल के बीच बाजरा रोजाना आवक हो रही है। अगर मंडी में बाजरा की इसी तरह आवक रही तो सरकारी खरीद केन्द्र शुरू होने से पूर्व ही किसान को अधिकांश बाजरा बिक चुका होगा। बाजरा की सरकारी रेट 2200 रुपए है और मंडी में 1850 से 1900 रुपए प्रति क्विंटल का भाव चल रहा है। इसलिए किसान इंतजार नहीं करना चाहता।
आचार संहिता के चलते प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान
इस बार आचार संहिता लगने से प्रशासन ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया है। हर साल प्रशासन स्तर पर बैठक लेकर खरीद की तैयारियों का प्लान तैयार किया जाता था और व्यवस्था बनाने के लिए अधीनस्थों को निर्देशित किया जाता था, उसी के हिसाब से जिले भर में व्यवस्थाएं बनाई जाती थीं, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हो हुआ है।
बाजरा की आवक
दिनांक आवक
07 अक्टूबर 4722
09 अक्टूबर 4280
10 अक्टूबर 1479
11 अक्टूबर 4350
12 अक्टूबर 5043
13 अक्टूबर 4865
14 अक्टूबर 4975
(नोट: बाजरा की आवक क्विंटल में है।)
क्या कहते हैं किसान
- बाजरा की फसल को आए हुए काफी दिन हो गए। हमने सोसायटी पर पंजीयन के लिए प्रयास किया लेकिन वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, इसलिए हम अपना बाजरा मंडी में बेचने आए हैं।
रघुवीर सिंह, किसान
- सरकारी दर पर 2200 रुपए क्विंटल में बाजरा खरीदा जाएगा, अभी तक पंजीयन की कोई व्यवस्था नहीं हैं, पैसे की आवश्यकता तो हमको आज पड़ रही है, बाजरा को कब तक रखें।
रमेश शर्मा, किसान
कथन
- सरकारी दर पर बाजरा की खरीद की तैयारियां चल रही हैं। किसानों के पंजीयन किए जा रहे हैं।
ए एस राजपूत, जिला विपणन अधिकारी, मुरैना

न खरीद केन्द्र तय और न हुए किसानों के पंजीयन
हर साल बाजरा की मंडी में आवक होने से पूर्व ही खरीद केन्द्र तय कर लिए जाते थे और पूर्व से ही किसानों के पंजीयन शुरू हो जाते थे लेकिन इस बार हुई बाजरा की फसल का आधी मंडी में आ चुकी है लेकिन एनएएन के पास कोई प्लान अभी तक नहीं हैं। इस व्यवस्था को लेकर किसानों में खासी नाराजगी व्याप्त है।