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‘इसलिए गायब हुआ धनुष-बाण’, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को लेकर असम के CM का उद्धव गुट पर कटाक्ष

Bhimashankar Jyotirlinga: असम के मुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी के पमोही में भीमाशंकर धाम ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। बाद में उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उद्धव गुट पर तंज कसा।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Feb 19, 2023

Uddhav Thackeray on Election Commission

शिवसेना नाम मेरे दादा ने दिया था- उद्धव ठाकरे

Maharashtra Bhimashankar Jyotirlinga: केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार को एकनाथ शिंदे गुट को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता दिए पर उद्धव ठाकरे खेमा आक्रामक हो गया है। इस बीच भीमाशंकर ज्‍योतिर्लिंग को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने नया बयान दिया और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पर कटाक्ष किया। उन्होंने उद्धव गुट (Uddhav Thackeray) पर तंज कसते हुए कहा कि भगवान पर राजनीति करने वालों का चुनाव चिन्ह गायब हो गया है।

असम के मुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी के पमोही में भीमाशंकर धाम ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। बाद में उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात किया। उन्होंने कहा, “भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग कामरूप प्रदेश (असम) में है। पूरा अखंड शिव पुराण में है और शिव पुराण के अनुसार, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग माना गया है। ये हमारा विश्वास है। महाराष्ट्र में लोगों का विश्वास होगा कि भीमाशंकर वहां होगा।” यह भी पढ़े-शिवसेना नाम और उसका चिन्ह पाने के लिए हुई 2000 करोड़ की डील, संजय राउत का सनसनीखेज आरोप

उन्होंने आगे कहा, “शिव पुराण को हमने नहीं लिखा है। मैं वहां के भीमाशंकर में स्थित शिव जी को प्रणाम करता हूं और यहां भी शिव जी को प्रणाम करता हूं। विपक्ष को लगा होगा कि ये ज्योतिर्लिंग कल किसी ने बनाया है। इस पर विवाद करने की कोई जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि उद्धव ठाकरे गुट का चिन्ह भी इसलिए गायब हुआ। भगवान पर भी कोई राजनीति करता है क्या?”

ऐसे शुरू हुआ विवाद

महाशिव रात्रि से पहले भगवान शंकर के छठवें ज्योतिर्लिंग को लेकर महाराष्ट्र और असम के बीच राजनीति बहस शुरू हुई थी। हालांकि तब कांग्रेस व एनसीपी ने असम के मुख्यमंत्री को ज्योतिर्लिंग पर दिए उनके बयान को लेकर घेरा था. इस दौरान विपक्ष ने शिंदे गुट शिवसेना व बीजेपी पर भी निशाना साधा था।

कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने कहा कि पुणे स्थित भीमा शंकर को छठें ज्योतिर्लिंग की मान्यता मिली है। इस बारे में असम सरकार का दावा भ्रामक है। यह महाराष्ट्र की 12 करोड़ जनता का अपमान है। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने भी शिंदे सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि वर्तमान सरकार राज्य से उद्योग, रोजगार के अवसर के साथ क्या आध्यात्मिक खजाने को भी अन्य राज्य को दे रही है।

दरअसल महाशिव रात्रि के मौके पर असम के पर्यटन विभाग ने एक विज्ञापन जारी किया है। इसमें दावा किया गया कि भगवान शिव का छठां ज्योतिर्लिंग असम की डाकिनी पहाड़ियों के बीच स्थित कामरूप में है। इसी विज्ञापन के जरिए सीएम सरमा ने श्रद्धालुओं को असम आने का निमंत्रण दिया था।

बता दें की देश में 12 ज्योतिर्लिंग हैं। महाराष्ट्र के भीमा शंकर का नाम भी इसमें शामिल है। महाशिव रात्रि के अवसर पर यहां लाखों लोग भगवान शिव का दर्शन करने के लिए पहुंचे थे।