Naseem Khan Resign : लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियों के बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी, संजय निरुपम जैसे दशकों से पार्टी से जुड़े नेताओं ने ‘हाथ’ को अलविदा कह दिया। अब हालात ऐसे हैं कि पार्टी आलाकमान के फैसले पर अपने ही नेता उंगली उठा रहे हैं।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीम खान (Naseem Khan) ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है और लोकसभा चुनाव के शेष चरणों के लिए पार्टी के स्टार प्रचारक का पद छोड़ने की जानकारी दी है। खान ने कहा, “एमवीए (महाविकास अघाडी) ने महाराष्ट्र में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है। मैं पार्टी के इस अनुचित फैसले से बेहद आहत हूं।”
मुंबई उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) के नाम की घोषणा के एक दिन बाद शुक्रवार को नसीम खान ने कांग्रेस प्रमुख को पत्र लिखकर नाराजगी जताई। खान का कहना है कि एमवीए द्वारा महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों के लिए एक भी मुस्लिम उम्मीदवार का नहीं उतारना अन्यायपूर्ण है। इसलिए विरोध में वह पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में इस्तीफा दे रहे है। खान ने कहा “दो महीने पहले यह निर्णय लिया गया था कि मुझे पार्टी की उम्मीदवारी दी जाएगी। इससे मुंबई में अल्पसंख्यक समुदाय उत्साहित था। हालाँकि, पार्टी ने इस सीट से एक अलग नाम की घोषणा कर दी है, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में व्याकुलता है।“
नसीम खान ने कहा, “जब भी पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, गोवा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों की चुनावी जिम्मेदारी दी, तो मैंने पार्टी के पक्ष में पूरी ताकत लगाकर उसे बखूबी निभाया है। मैंने ईमानदारी से पार्टी का काम किया…. लेकिन अब अगर अल्पसंख्यक समुदाय का कोई मुझसे पूछे कि कांग्रेस ने एक भी मुसलमान को उम्मीदवारी क्यों नहीं दी तो मैं चुप हो जाता हूं।“
उन्होंने कहा, “अब वे मुझसे पूछ रहे हैं, कांग्रेस को मुस्लिम वोट चाहिए… उम्मीदवार क्यों नहीं? मैं भी पार्टी के इस अनुचित निर्णय से व्यथित हूं। इसलिए, मैंने तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में पार्टी के स्टार प्रचारक के तौर पर इस्तीफा दे दिया है।”
मुस्लिम मतदाता परिषद ने भी उठाए सवाल
इससे पहले भारतीय मुस्लिम मतदाता परिषद (एमवीसी) ने लोकसभा चुनावों में एमवीए द्वारा मुसलमानों को प्रत्याशी नहीं बनाये जाने पर हैरानी जताई। एमवीसी के मुख्य संयोजक खान अब्दुल बारी खान ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से यह बताने को कहा है कि उन्होंने कम से कम एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट क्यों नहीं दिया है। खान ने कहा, “हमारी आबादी 30 करोड़ है, लेकिन फिर भी एमवीए को मुस्लिम समुदाय से कोई उपयुक्त उम्मीदवार नहीं मिला।”