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सरकारी पैसे से अस्पताल में जुटाई गई चिकित्सकीय सुविधा, नेताओं में श्रेय लेने की होड़

एक आम कहावत है-बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना। वैसे यह शादी का मामला नहीं है। लेकिन, कुछ इसी तरह का माजरा भिवंडी (Bhiwandi) के उप-जिला अस्पताल इंदिरा गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (Hospital) में मंगलवार को दिखा। अस्पताल में सीटी स्कैन, डायलिसिस, ऑपरेशन थिएटर सहित कई चिकित्सकीय सुविधाएं (medical facilities) जुटाई गई हैं। मंगलवार को भाजपा (BJP), शिवसेना (Shivsena) और समाजवादी पार्टी (SP) के नेताओं ने इसका उद्घाटन किया।

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सरकारी पैसे से अस्पताल में जुटाई गई चिकित्सकीय सुविधा, नेताओं में श्रेय लेने की होड़

सरकारी पैसे से अस्पताल में जुटाई गई चिकित्सकीय सुविधा, नेताओं में श्रेय लेने की होड़

भिवंडी. दवाओं के अभाव सहित अपनी दुर्दशा को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाला यहां का इंदिरागांधी मेमोरियल (Indira Gandhi Memorial) उप जिला अस्पताल (Hospital) सुर्खियों में है। इस अस्पताल के सीटी स्कैन, डायलिसिस और ऑपरेशन थिएटर सहित अन्य चिकित्सीय सुविधिाओं का उद्घाटन दो-दो बार किया गया। पहले भिवंडी पश्चिम के भाजपा विधायक (BJP MLA) महेश चौगुले और शिवसेना (Shivsena) के निवर्तमान विधायक रूपेश म्हात्रे उद्घाटन किया। इसके बाद भिवंडी पूर्व के सपा विधायक रईस शेख (Raees Shaikh) और महाराष्ट्र सपा के मुखिया अबू आसिम आजमी (Abu Asim Azmi) के हाथों हुआ।
मंगलवार को भिवंडी पूर्व के सपा विधायक रईस शेख और सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी द्वारा अस्पताल की विभिन्न मशीनरी का उद्घाटन समारोह पत्थर की उद्घाटन पट्टिका लगा कर अपने स्तर पर ही आयोजित किया गया था। इसकी भनक लगते ही विधायक चौगुले और निवर्तमान विधायक म्हात्रे अपने दर्जनों समर्थकों के साथ दोपहर में अस्पताल पहुंचे चिकित्सकीय मशीनरियों का उद्घाटन कर चलते बने। दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने सपा विधायक की ओर से लगाई गई उद्घाटन पट्टिका तोड़ दी। इंदिरा गांधी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल थोरात ने बताया कि यह उद्घाटन स्वास्थ्य विभाग का नहीं था।

पिछली सरकार ने दिया फंड
उल्लेखनीय है कि उद्घाटन को लेकर सभी दलों और नेताओं की अपनी-अपनी दलील है। शिवसेना और भाजपा का कहना है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत और पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने मशीनरी के लिए फंड (fund) उपलब्ध कराया था। इसका श्रेय लेने की फिराक में सपा विधायक रईस शेख थे।

रईस शेख फूटी कौड़ी भी नहीं लाए
म्हात्रे और चौगुले का कहना है कि अभी तक एक फूटी कौड़ी की भी निधि न लाने वाले रईस शेख केवल मीडिया में बने रहने के लिए अपना बड़बोलापन दिखाते हुए शहर के दो-दो फ्लाई ओवर सहित अन्य विकास कार्यों और अस्पताल में मशीनरी लगाने का श्रेय ले रहे हैं।

पूर्व सांसद सुरेश टावरे ने दिए 2.17 करोड़
सपा विधायक शेख का कहना है कि इसके लिए हमने पत्र व्यवहार किया है जिसके बाद मशीनरी चालू हुई है। अस्पताल की मशीनरी के लिए पूर्व सांसद सुरेश टावरे ने 2012-13 में अपनी विकास निधि से 2 करोड़ 17 लाख रुपए का फंड दिया था। इसकी पुष्टि अस्पताल के तत्कालीन चिकित्साधीक्षक डॉ. नितिन मोकाशी ने भी की है। तनाव की आशंका के मद्देनजर शांतिनगर पुलिस स्टेशन द्वारा काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।