शरद पवार के इस बयान पर महाराष्ट्र के कई बड़े नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) दोनों लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में विलय कर देंगे। हालांकि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि शरद पवार की टिप्पणी छोटी पार्टियों के लिए थी लेकिन उनकी पार्टी छोटी नहीं है।
सिर्फ विलय की औपचारिकता बाकी- शिंदे
शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) पहले ही कांग्रेस की विचारधारा वाली पार्टी हो गई है। शिंदे ने कहा, पवार बड़े नेता हैं और वह इस तरह के बयान देते रहते हैं। लेकिन उद्धव गुट पहले ही कांग्रेस बन चुका है। केवल विलय की औपचारिकता बाकी है।
फडणवीस का पवार पर निशाना
वरिष्ठ पवार की टिप्पणी पर बीजेपी नेता व डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की टिप्पणी से पता चलता है कि उनके लिए अपनी पार्टी को संभालना मुश्किल हो गया है।
शिवसेना छोटी पार्टी नहीं- उद्धव
हालांकि उद्धव ठाकरे ने विलय की अटकलों को खारिज करते हुए शिंदे और फडणवीस पर हमला बोला है। पुणे जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, शिंदे और फडणवीस ऐसे बोल रहे हैं जैसे उन्होंने भांग खा रखी हो। पवार साहब ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि कुछ छोटे क्षेत्रीय दलों का कांग्रेस में विलय हो सकता है। लेकिन शिवसेना कोई छोटी पार्टी नहीं है।
4 जून के नतीजे अहम- चव्हाण
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि वह भविष्य में सबसे पुरानी पार्टी के साथ क्षेत्रीय दलों के संभावित विलय पर पवार की टिप्पणी से सहमत हैं। पूर्व सीएम चव्हाण ने कहा कि छोटे दल उनकी पार्टी के साथ सहयोग करेंगे या विलय करेंगे, यह 4 जून को आने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजे पर निर्भर करेगा।