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Maharashtra Politics: शिंदे खेमे ने चुनाव आयोग में दिया आवेदन, शिवसेना के चुनाव चिन्ह ‘धनुष बाण’ पर किया दावा

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच असली शिवसेना को लेकर जंग जारी हैं। इस बीच शिंदे गुट शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष बाण के लिए चुनाव आयोग पहुंच गया है। चुनाव आयोग अब तय करेगा कि शिवसेना के धनुष-बाण चिन्ह का असली मालिक कौन है। इसके लिए ठाकरे और शिंदे समूह को सात अक्टूबर तक चुनाव आयोग को दस्तावेज जमा करने होंगे।

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CM Eknath Shinde

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच असली शिवसेना को लेकर जंग जारी हैं। इस बीच गुरुवार को राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के चुनाव निशान धनुष-बाण पर दावा करने के लिए इलेक्शन कमीशन में आवेदन दिया है। आवेदन में शिंदे ने धनुष-बाण के आवंटन की मांग की है। आवेदन में शिंदे खेमा ने दावा किया है कि ठाकरे गुट के पास विधायकों का समर्थन नहीं है। शिंदे ने धनुष और तीर के दावे पर याचिका की तत्काल सुनवाई और निपटान की मांग की है।

सीएम एकनाथ शिंदे ने इलेक्शन कमीशन को कहा है कि इसलिए, बड़ी ही विनम्रता और सम्मानपूर्वक के साथ प्रार्थना की जाती है कि, वर्तमान याचिका के प्रवेश और अंतिम निपटान तक इलेक्शन कमीशन ये चुनाव चिन्ह के लिए 1968 के अनुच्छेद 15 के तहत याचिकाकर्ता की दायर याचिका को फौरन सुनें और धनुष-बाण चिन्ह हमें सौंप दें।

बता दें कि इससे पहले शिंदे खेमा जुलाई में भी शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोक चुकी हैं। इलेक्शन कमीशन को भेजी गई चिठ्ठी में शिंदे गुट ने असली शिवसेना होने का दावा किया था और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा दी गई मान्यता का हवाला भी दिया था।

अब चुनाव आयोग ये तय करेगा कि शिवसेना के धनुष-बाण चिन्ह का असली मालिक कौन है। इसके लिए चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को सात अक्टूबर तक दस्तावेज जमा करने का आदेश दिया हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही आयोग ने उद्धव ठाकरे खेमे और एकनाथ शिंदे गुट को 7 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। अंधेरी उपचुनाव का एलान होने के साथ ही उत्सुकता भी बढ़ गई है कि क्या इस बीच धनुष-बाण पर फैसला लिया जा सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव के एलान के समय चुनाव चिन्ह किसी एक खेमे को दिया जायेगा या चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया जाएगा।