मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में सिर्फ दस से बारह विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। दूसरी तरफ अभी तक कैबिनेट पर फैसला न कर पाने के चलते सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस लगातार विपक्ष के निशाने पर थे।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो शिंदे और फडणवीस सरकार का यह मंत्रिमंडल विस्तार दो चरणों में हो सकता है। पहले चरण का शपथ ग्रहण मानसून सत्र से पहले होगा। पहले चरण में बीजेपी और शिंदे खेमे से 6-6 विधायक मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और दिग्गज नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल पहले चरण में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। वहीं शिंदे खेमे से कौनसा विधायक शपथ लेगा इसपर अभी कोई नाम सामने नहीं आए है।
बता दें कि पहले शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए 17 या 19 जुलाई की तारीख का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति पद के लिए मतदान को देखते हुए 20 जुलाई की तारीख तय की गई है। तब सभी विधायकों को मुंबई आना होगा। इसलिए यह तारीख तय की गई है, जिससे विधायकों को बार-बार निर्वाचन क्षेत्र से मुंबई न आना पड़े।
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को 40 शिवसेना (बागी) और 10 निर्दलीय विधायकों सहित 50 विधायकों का समर्थन मिला है। शिंदे खेमे को कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को मिलाकर कुल 13 मंत्री मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। शिंदे गुट में मुख्यमंत्री सीएम शिंदे के अलावा, गुलाबराव पाटिल, दादाजी पुआल, उदय सामंत, और संदीपन भूमरे पहले कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा बेबी कड़वा, शंभूराज देसाई और अब्दुल सत्तार राज्यमंत्री रह चुके हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में फिलहाल कैबिनेट का विस्तार नहीं किया गया है। कैबिनेट में सिर्फ सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगले महाराष्ट्र चुनाव से पहले बीजेपी नए चेहरों को परखना चाहती है। यही वजह है कि बीजेपी इस नए फॉर्मूले पर ध्यान दे रही है।