धमकी देने के साथ ही स्वपना पाटकर से कहा गया है कि ईडी की पूछताछ में वो ये कहे कि पहले जो बयान दिए गए थे वो बीजेपी नेता किरीट सोमैया के दबाव में दिए गए। स्वपना पाटकर ने इस मामले में वाकोला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इसके पीछे शिवसेना नेता संजय राउत के होने का आशंका जताई जा रही है।
बता दें कि आज सुबह स्वपना पाटकर के घर न्यूज़पेपर में एक लेटर मिला। जिसमें लिखा था कि ईडी जो पत्रा चाल मामले की पूछताछ कर रही है उसमें बयान देने ना जाएं और बीजेपी नेता किरीट सोमैया के दबाव में पहले बयान दिया है ऐसा कहने के लिए कहा गया। इसके बाद स्वपना पाटकर ने इस घटना को लेकर वाकोला पुलिस स्टेशन में शिकायत की।
स्वपना पाटकर ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनको इसके पीछे शिवसेना सांसद संजय राऊत के होने की आशंका है क्योंकि इससे सबसे ज्यादा फायदा संजय राउत को ही मिलेगा। ईडी इस मामले में सपना पाटकर का बयान दर्ज कर चुका है। दूसरी तरफ, ईडी ने शिवसेना के सांसद संजय राउत को समन जारी कर उनसे मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए 27 जुलाई को पेश होने को कहा था। लेकिन वह पेश नहीं हुए।
राउत संसद सत्र का हवाला देकर कल ईडी के सामने पेश नहीं हुए। संजय राउत के वकील मुंबई में ईडी के अधिकारियों से मिले और लिखित अनुरोध देकर संजय राउत के लिए अगस्त के पहले सप्ताह में पेशी का अपील की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संजय राउत ने इससे पहले दिल्ली में संसद सत्र में भाग लेने का हवाला देकर कल मुंबई में ईडी कार्यालय में पेश होने में अक्षम बताया था।
बता दें कि इससे पहले ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत से 1 जुलाई को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत उनका बयान दर्ज किया गया था। संजय राउत ने ईडी के कार्यालय से बाहर निकलते समय पत्रकारों से कहा था, मैंने पूरा सहयोग दिया और उनके सभी सवालों का जवाब दिए। अगर वे मुझे बुलाएंगे तो मैं फिर जाऊंगा। संजय राउत ने कहा था कि उन्हें किसी बात का डर नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया है। ईडी ने इस साल अप्रैल में जांच के तहत संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था।