
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
Maratha Andolan: महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज की घटना की गूंज पूरे राज्य में है। इसका असर महाराष्ट्र के कई जिलों में दिख रहा है। कुछ जगहों पर मराठा प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की हैं। उधर, मराठा आंदोलन पर पुलिस कार्रवाई को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है।
जालना जिले के अंबड तालुका के अंतरवाली सराटी गांव में शुक्रवार को हुई घटना के बाद अब शिंदे सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। खबर है कि गृह मंत्रालय ने जालना जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) तुषार दोशी को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया है। दोशी की जगह अब आईपीएस अधिकारी शैलेश बलकवडे जालना के नए एसपी नियुक्त किये गए है। यह भी पढ़े-महाराष्ट्र: मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज से अजित दादा खफा? जालना के एसपी पर गिरी गाज!
वरिष्ठ अधिकारी शैलेश बलकवडे ने आज जालना के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार भी संभाल लिया है। शैलेश बलकवडे को सख्त अनुशासन वाले आईपीएस अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। वे गोंदिया, नागपुर ग्रामीण, कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक रह चुके है। उनकी पत्नी कादंबरी बलकवडे आईएएस अधिकारी हैं।
मराठा आरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है- CM
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार मराठा समुदाय को शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिलवाकर ही चैन से बैठेगी। रविवार को बुलढाणा जिले में ‘शासन आपल्या दारी’ (Shasan Aplya Dari Yojana) कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए शिंदे ने कहा कि उनके और राज्य के दो उपमुख्यमंत्रियों के बीच कोई गलतफहमी नहीं है और वे सभी एक अच्छी टीम की तरह काम कर रहे हैं।
सीएम शिंदे ने कहा, ‘‘मेरी सरकार राज्य में मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक समुदाय को वाजिब आरक्षण नहीं मिल जाता है। जब तक मराठा लोगों को आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक पहले से चल रही सरकारी योजनाएं जारी रहेंगी और मराठा लोगों को इसका लाभ मिलेगा।’’
Published on:
03 Sept 2023 08:57 pm
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