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Mumbai News: IIT बॉम्बे ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड, एक साल में 400 से ज्यादा PhD डिग्री देने वाला बना देश का पहला संस्थान

इंस्टिट्यूट के निदेशक सुभासिस चौधरी ने बताया कि यह पहली बार है कि किसी भारतीय शैक्षणिक संस्थान ने एक साल में 400 से ज्यादा पीएचडी कराई हैं। शिक्षा के लिए यह एक प्रमुख मील का पत्थर है। 2021-22 में IIT बॉम्बे को रिसर्च और डिवेलपमेंट के लिए 329.08 करोड़ रुपये का बाहर से फंड मिला था।

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IIT Bombay

IIT बॉम्बे से एक बड़ी खबर आ रही है। शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT Bombay) ने अपना 60वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया था। इस समारोह के दौरान 400 से ज्यादा पीएचडी डिग्री बांटी गई। इसके साथ ही IIT बॉम्बे पहला नेशनल इंस्टिट्यूट बन गया है, जिसने साल भर में एक साथ इतनी डॉक्टरेट डिग्रियां बांटी हैं। पहली बार पवई स्थित कॉलेज ने 449 पीएचडी डिग्री बांटी है। वहीं साल 2021 में 378 और 2019 में 301 छात्रों को पीएचडी अवॉर्ड हुई थी।

पिछले 10 साल में पीएचडी छात्रों की संख्या में भी लगातार वृद्धि देखी गई है। साल 2011-12 में 1,895 पीएचडी उम्मीदवारों को डिग्रियां दी गई थीं। 2020-21 में संख्या 3,534 को छू गई और फिलहाल यह संख्या लगभग 3,727 पहुंच गई है। यह भी पढ़ें: Mumbai News: विवाह से पहले बनी मां ने मासूम को भेजा अनाथालय, अब बच्चे के लिए खटखटाया कोर्ट का दरवाजा

बता दें कि इस इंस्टिट्यूट के निदेशक सुभासिस चौधरी ने इस समारोह में कहा कि यह पहली बार है कि किसी भारतीय शैक्षणिक संस्थान ने एक साल में 400 से ज्यादा पीएचडी कराई हैं। शिक्षा के लिए यह एक प्रमुख मील का पत्थर है। 2551 में से 2324 छात्रों को डिग्री अवॉर्ड की गई है। कोरोना की वजह से पिछले दो सालों से दीक्षांत समारोह वर्चुअल हो रहा था। शनिवार को पूरे दो साल के बाद इसका बड़े पैमाने पर आयोजन किया गया।

साल 2021-22 में IIT बॉम्बे को रिसर्च और डिवेलपमेंट के लिए 329.08 करोड़ रुपए का बाहर से फंड प्राप्त हुआ था। वहीं, स्वीकृत परियोजनाओं की संख्या में मामूली कमी आई है। वित्तीय परिव्यय में वृद्धि दर्ज की गई है। आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे।

बता दें कि इस साल चार छात्रों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें गोल्ड मेडल दिया गया। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के एक (बीटेक) छात्र मोहम्मद अली रेहान को 'भारत के राष्ट्रपति पदक' से सम्मानित किया गया। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र कौस्तव जाना को 'इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल (2020-21)' से सम्मानित किया गया। 'इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल (2021-22)' आर्यमन मैथानी ए (बीएस) को दिया गया।