कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश नागणे ने मनपा आयुक्त बालाजी खतगांवकर को ज्ञापन दे कर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है, तो
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सचिन पोपले ने मनपा आयुक्त पत्र देकर उनका कक्ष सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराने की मांग की है। पूर्व नगरसेवक रोहित सुवर्णा ने भी आयुक्त को पत्र दे कर उनका कक्ष इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी है। इस मामले ने जहां तूल पकड़ लिया है वहीं भाजपा प्रवक्ता रणवीर वाजपेयी ने
पूर्व विधायक का बचाव करते हुए कहा कि इस बैठक की पूर्व सूचना मनपा आयुक्त को दी गई थी। कुछ लोग नाहक ही इस मामले को राजनीतिक रंग दे रहे हैं। मेहता के कार्यकाल में
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मैदान से लेकर उद्यान तक सड़क निर्माण की शुरुआत की गई थी। इसी को लेकर बैठक बुलाई गई थी और जिस बैठक में मेहता गए थे उस मीटिंग में महापौर सहित अन्य वरिष्ठ नगरसेवक थे। और जो बैठक ली गई थी वो जनता के हित को ध्यान में रखकर ली गई थी ना की वो भाजपा पार्टी की बैठक थी।
पूर्व विधायक ने निर्दलीय और ब्यावरा विधायक ने भरा भाजपा से नामांकन नहीं बैठे थे पूर्व विधायक
पूर्व विधायक मेहता के कार्यकाल के दौरान जो कार्य शुरू हुए वो उसका फॉलोअप ले रहे हैं। अब इसमें क्या बुराई है काम तो जनता का ही कर रहे हैं। रही बात आयुक्त की कुर्सी की तो उसपर पूर्व विधायक नहीं बैठे थे।
डिंपल मेहता, महापौर ,मीराभायंदर मनपा