मुंबई यूनिवर्सिटी की बड़ी लापरवाही का मामला सामना आया हैं। जब तक मुंबई यूनिवर्सिटी को अपनी गलती का एहसास हुआ तब तक काफी स्टूडेंट्स आधे से अधिक का परीक्षा पत्र हल कर चुके थे। जिसे यूनिवर्सिटी कर्मचारी ने वापस ले लिया और फिर कुछ घंटों बाद नया पेपर दिया गया।
मुंबई यूनिवर्सिटी की बड़ी लापरवाही का मामला सामना आया हैं। देश भर में फेमस मुंबई यूनिवर्सिटी के प्रबंधन की लापरवाही ने यूनिवर्सिटी की फजीहत बढ़ा दी। मुंबई यूनिवर्सिटी से संबंधित कई कॉलेजों के कर्मचारी ने परीक्षा हॉल में लॉ के स्टूडेंट्स को पिछले साल का ही पेपर बांट दिया। इसके बाद जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो फिर वापस भी ले लिया। लेकिन तब तक स्टूडेंट्स के करीब 30 मिनट बर्बाद हो गए थे। काफी स्टूडेंट्स परीक्षा पत्र हल कर चुके थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह मुंबई यूनिवर्सिटी में लॉ के फर्स्ट सेमेस्टर का एग्जाम सुबह 11 बजे से था। संवैधानिक कानून सब्जेक्ट की परीक्षा शुरू हुई तो यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पिछले साल का प्रिंट हुआ पेपर ही स्टूडेंट्स में बांट दिया। कई स्टूडेंट्स इसको हल भी करने लगे थे। यह भी पढ़ें: Mumbai News: जलती लालटेन उड़ाने पर पुलिस ने लगाई रोक, बिना वजह 5 लोगों के एक साथ जमा होने पर भी प्रतिबंध
बता दें कि थोड़ी देर बाद प्रबंधन को अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने स्टूडेंट्स से तुरंत परीक्षा पत्र वापस लेना शुरू कर दिया। समय से पहले ही परीक्षा पत्र वापस लेता देख स्टूडेंट्स हैरान हो गए। कुछ देर बाद स्टूडेंट्स को पता चला कि जो पेपर उन्हें दिया गया है वो पिछले साल का है।
स्टाफ द्वारा परीक्षा पत्र वापस लेने के बाद सभी स्टूडेंट्स हक्के बक्के रह गए। इसके बाद स्टाफ की तरफ से इन स्टूडेंट्स से कहा गया कि अब आप एक घंटे बाद दोबारा आए इसके बाद एग्जाम होगा। काफी समय बाद बच्चों को नया पेपर देकर परीक्षा फिर से शुरू की गई। इसके लिए उन्हें एक्स्ट्रा समय भी दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टूडेंट्स को दोबारा पेपर देकर परीक्षा आयोजित कराई गई। वहीं मुंबई यूनिवर्सिटी के एक प्रवक्ता की तरफ से बताया गया कि तकनीकी खराबी की वजह से ये बड़ी गलती हुई। उन्होंने कहा कि तकनीकी दिक्कतों की वजह से पुराना पेपर प्रिंट हो गया था, जिसे वापस ले लिया गया।