खसरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा लगातार बचाव और देखभाल में लगा हुआ है। ठाणे मनपा क्षेत्र में खसरे से अब तक कुल दो बच्चों की मौत हो चुकी है। ठाणे में 65 खसरा संक्रमित मरीज हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डेढ़ साल के बच्चे को बुखार होने पर परिजन उसे स्थानीय निजी डॉक्टर के पास ले गए थे। उक्त डॉक्टर ने कौसा स्वास्थ्य केंद्र जाने की सलाह दी।
बता दें कि इसके बाद बच्चे को मनपा के पार्किंग प्लाजा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। बच्चे की बिगड़ती हालत को देखते हुए 25 नवंबर को उसे कलवा के शिवाजी हॉस्पिटल में ट्रांसफर किया गया था। लेकिन मासूम बच्चे का हेल्थ बिगड़ता गया और उसकी मौत हो गई। भिवंडी के बाद ठाणे मनपा इलाका खसरे का दूसरा हॉटस्पॉट बन गया है। बीमारी पर लगाम लगाने के लिए जहां ठाणे मनपा प्रशासन कई कड़े कदम उठाने की बात कह रहा है, वहीं मुंब्रा परिसर में अभी भी हेल्थ स्टाफ को नागरिकों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
मनपा आयुक्त ने बनाया टास्क फोर्स: नवी मुंबई के मनपा इलाके में भी खसरे के मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। इसको बात को मद्देनजर रखते हुए मनपा आयुक्त ने टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स के साथ आयुक्त ने स्पेशल रूप से बैठक की। इस बैठक में आयुक्त ने रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश देते हुए खसरे की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी भी ली।
इस बैठक में उपस्थित हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने आयुक्त को बताया कि नवी मुंबई मनपा के 11 क्षेत्रों में खसरे का असर पाया गया है। इनमें से तीन क्षेत्रों में इसके असर को कम करने में काफी हद तक सफलता मिल गई है। बाकी 8 क्षेत्रों में से नागरिक हेल्थ सेंटर के आसपास के 4 इलाकों को प्रभावित क्षेत्र एलान किया गया है। इनमें वाशी के जुहूगांव, सीबीडी बेलापुर, करावे और पावणे शामिल हैं।