
Mhada के 5 प्रोजेक्ट में लागू किया जाएगा आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर
मुंबई. म्हाडा की ओर से अब जल्द ही पांच प्रोजेक्टों में आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर लगाया जाएगा। इससे गीले कचरे से खाद तैयार करने की योजना है। म्हाडा की पांच इमारतों में फिलहाल इसका प्रस्ताव है।
आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर योजना की शुरुआत लोअर परेल के प्रकाश कॉटन मिल और बांबे डाईंग मिल में पहले की जा चुकी है। इससे मुंबई में गीला कचरे से खाद बनाने और कचरा नियंत्रित कर पर्यावरण की रक्षा करने में सफलता मिलेगी। म्हाडा इलेक्ट्रिकल विभाग के कार्यकारी अभियंता अमित भाशरकर ने बताया कि केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के आदेश पर यह योजना शुरू हुई है। अब म्हाडा की जितनी भी नई इमारतें बनेंगी, सभी में यह योजना लागू की जाएगी। केंद्र सरकार ने 2016 में ही सभी सरकारी गृहनिर्माण संस्थाओं को यह योजना लागू करने का आदेश दिया था।
अभी शुरू नहीं हुई खाद बनाने की प्रक्रिया
विदित हो कि म्हाडा की ओर से निर्मित हो रही नई इमारतों में योजना प्रस्तावित थी, जिसमें से पांच स्थानों पर आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर लगाने का निर्णय किया गया है। किस इमारत में कितने केजी का कनवर्टर लगेगा, यह इमारत में रहने वाली जनसंख्या पर निर्भर करेगा। प्रति व्यक्ति 0.3 केजी नार्मस रखा गया है। योजना के लिए प्रति फ्लैट पांच व्यक्ति का औसत लिया जाता है। प्रकाश कॉटन मिल की तीन इमारतों को मिला कर 1300 केजी का कनवर्टर लगाया गया है, जिसकी कीमत 23 लाख है। बांबे डाईंग मिल में 3800 केजी का 2 कनवर्टर लगाए गए हैं। वहीं गीले कचरे से बनने वाल खाद को सोसायटी कहीं भी बेच सकती है। जबकि इस आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर के लिए सोसायटी को अलग से कोई कीमत नहीं देनी पड़ेगी। म्हाडा घर के साथ इसकी कीमत को जोड़ कर वसूल लेगी। वहीं अधिकारी की मानें तो प्रकाश कॉटन मिल में सिर्फ 30 फीसदी लोगों को जी पजेशन मिला है, इसलिए अभी खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।
लगे कनवर्टर...
प्रकाश कॉटन मिल - 1300 केजी
बांबे डाईंग मिल - 7600 के जी
प्रस्तावित कनवर्टर...
- महावीर नगर कांदिवली
- एंटोप हिल वडाला
- पोद्दार मिल एनएम जोशी मार्ग
प्राथमिक तौर पर लागू होगी योजना...
इस प्रोजेक्ट को 2016 में लागू किए जाने के आदेश दिए गए थे जो अभी दो जगह पर शुरू किया गया है जबकि महावीर नगर कांदिवली एंटॉप हिल वडाला हुआ पोद्दार मिल में भी इस योजना के तहत ही काम किया जाएगा और आगे भी महाडा की निर्मित इमारतों में भी प्राथमिक तौर पर यह योजना लागू होगी।
- अमित भाशरकर, कार्यकारी अभियंता, म्हाडा इलेक्ट्रिकल विभाग
Published on:
28 Jul 2019 02:00 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
