बिल्डर की करामात
शेट्टी का कहना है कि मिलेनियम मरकरी टॉवर के चलते म्हाडा को करीब दो हजार करोड़ का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। इस टॉवर में रिहायशी फ्लैट के अलावा कमर्शियल इस्तेमाल के लिए दुकाने भी बनाई गई हैं। उनका कहना है कि बिल्डर शाहिद और उसके साथी जाविद अहमद खान व पुष्पक नरेश कुमार रांका जैन और म्हाडा अधिकारियों की मिलीभगत से यह घोटाला किया गया है।
अधिकारियों पर गिरेगी गाज
म्हाडा मुंबई बोर्ड के प्रेसिडेंट मधु चव्हाण ने कहा कि हमने संबंधित अधिकारियों को लिखित आदेश दिया है। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए हमने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। दूसरी तरफ विजिलेंस की ओर से भी मामले की जांच रिपोर्ट म्हाडा के वाइस प्रेसिडेंट और सीओ को सौंपी गई है। इस मामले में दोषी अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है।