विदित हो कि म्हाडा ने बीडीडी चॉलों का पुनर्विकास शुरू किया, लेकिन पिछले ढाई साल से यह पुनर्विकास आगे नहीं बढ़ रहा है। मैं खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करूंगा, ताकि इस विकास में तेजी लाई जा सके। आदित्य ने आगे कहा कि बीडीडी चॉल मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की जगह पर स्थित था और जल्द से जल्द इसे शुरू करने की कोशिश की जाएगी। हम आवास नीति के कार्यान्वयन को भी आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ ही 1 हजार 800 ट्रांजिट कैंप में गालेउपलब्ध होंगे।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने हाल ही में बीडीडी के विकास में तेजी लाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति के चलते शिवसेना के विधायकोंके नाराजगी है, जिस पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्धारित करने के लिए उपाय किए जाएं कि बीडीडी चॉल के निवासी चार साल बाद भी ट्रांजिट शिविर में क्यों नहीं गए।