
संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस
NCP Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बगावत से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। रविवार दोपहर में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में डिप्टी सीएम के तौर शामिल हुए अजित पवार ने अधिकांश एनसीपी विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। इस बीच, उद्धव ठाकरे गुट ने शिवसेना के विभाजन के एक साल बाद एनसीपी में आई दरार के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कुर्सी खतरे में है, इसलिए बीजेपी ने अजित पवार को अपने साथ लिया है। राउत ने कहा, “ये तो कभी ना कभी होने ही वाला था। बीजेपी पूरे देश में जिस तरह की राजनीति करने वाली है, वो कर ले। शिवसेना को तोड़ दिया है, कल एनसीपी को तोड़ दिया। कुछ लोग बोल रहे है कि कांग्रेस को भी तोड़ने वाले हैं। मगर इससे बीजेपी को कोई फायदा नहीं होगा। महाराष्ट्र के लोग गुस्से में हैं और हम लड़ने के लिए तैयार हैं। हम सभी मिलकर लड़ने वाले हैं।“ यह भी पढ़े-अजित पवार और उनके 8 साथी विधायकों पर एक्शन शुरू, NCP ने दायर की अयोग्य घोषित करने की याचिका
एकनाथ शिंदे की होगी छुट्टी- संजय राउत
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर संजय राउत ने कहा, “आज मैं कैमरे के सामने कह रहा हूं, महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बदलने वाला है, एकनाथ शिंदे को हटाया जा रहा है... अजित पवार राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे और 16 विधायक अयोग्य घोषित होने वाले हैं।“
इस बीच, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने संजय राउत के दावो को ख़ारिज करते हुए कहा, “एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे। 16 विधायक के डिस्क्वालिफाई होने का विषय नहीं आता है। संजय राउत के बयान में तथ्य नहीं है।“
35 NCP विधायक छोटे पवार के साथ!
एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकारी ने कहा, "आज देवगिरी में सभी विधायक अजित पवार से मुलाकात के लिए आ रहे हैं। मैं कल से यहीं हूं। जिन लोगों (विधायक) ने अजीत पवार को समर्थन दिया, उन्होंने अपनी मर्जी से समर्थन दिया है किसी दबाव में नहीं दिया है। सभी 35 विधायक अजित दादा के साथ हैं। मैं एनसीपी में था हूं और रहूंगा।"
अजित पवार और अन्य 8 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर
एनसीपी ने अपने अजित पवार समेत अपने नौ नेताओं के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) के पास अयोग्यता याचिका दायर की है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं। दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों को लागू करने से रोकने के लिए अजित पवार को कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
Published on:
03 Jul 2023 01:26 pm
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