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मुंबई में ‘स्पेशल 26’! नकली CBI ऑफिसर बनकर बिजनेसमैन से मांग रहे थे 5 लाख, चार हुए गिरफ्तार

मुंबई में खुद सीबीआई ऑफिसर बताकर गोरेगांव के एक बिजनेसमैन से 5 लाख रुपए ऐंठने के आरोप में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल पुलिस गिरोह के पांचवें सदस्य की तलाश में जुटी हैं।

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मुंबई की गोरेगांव पुलिस ने एक बिजनेसमैन से केंद्रीय ब्यूरो (सीबीआई) का ऑफिसर बताकर 5 लाख रुपये ठगने की कोशिश करने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। बिजनेसमैन ने पुलिस को बताया कि उसने 1.6 करोड़ रुपये के लोन के लिए एक शख्स से संपर्क किया था जिसके बाद ये गिरोह उसके ऑफिस पहुंच था। पुलिस ने आरोपियों की पहचान जीवन अहीर उर्फ विपुल (52), गिरीश क्लेचा (29), राहुल शंकर गायकवाड़ (43) और किशोर चाईबल (52) के रूप में की है। पुलिस के मुताबिक, शिकायतकर्ता का गोरेगांव वेस्ट के उन्नत नगर में ऑफिस है।

इस मामले में पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया गिरोह पैसे वाले बिजनेसमैन को निशाना बनाता था। इनका काम लोगों को लोन देकर उन्हें अपने जाल में फसाना और फिर फेक छापेमारी करना होता था। ये आरोपी सीबीआई और पुलिस अधिकारी होने का नाटक करके पैसे की डिमांड करते थे। बिजनेसमैन के एक परिचित ने उन्हें कौस्तुभ नाम के एक शख्स के बारे में बताया जो उन्हें लेअन दिला सकता था। यह भी पढ़ें: Mumbai news: मुंबईकरों को अब मिलेगा 24 घंटे पानी, बीएमसी बना रही है ये खास योजना

इसके बाद बिजनेसमैन ने कौस्तुभ से संपर्क किया। कौस्तुभ ने कहा कि वह कमीशन के रूप में 5 लाख रुपये लेगा और पैसा इंस्टालमेंट में दिया जाएगा। जिसके बाद व्यापारी ने कौस्तुभ की बात मान ली। रकम देने के लिए 30 सितंबर का दिन तय किया गया। तय दिन पर जब शिकायतकर्ता कौस्तुभ को 5 लाख रुपए का बैग देने जा रहा था तो उस के साथ मौजूद एक शख्स ने खुद का नाम विपुल बताया और कहा वो सीबीआई से है। जिसके बाद विपुल ने व्यापारी से कैश बैग ले लिया और किसी को बुलाया। काली स्कॉर्पियो में चार और लोग आए और उनमें से दो ने कहा कि वे सीबीआई ऑफिसर हैं।

ऐसे सामने आई असलियत: खुद को सीबीआई ऑफिसर बताने वाले लोगों ने व्यापारी से सवाल जवाब करने शुरू कर दिए। एक आरोपी ने व्यापारी से कहा कि अगर उसने उन्हें 5 लाख रुपये दिए तो वो ये मामला खत्म कर सकते हैं। डरकर व्यापारी ने कैश वाला बैग उन्हें थमा दिया और बाहर निकल गया। इस दौरान व्यापारी की नजर स्कॉर्पियो के नंबर पर पड़ी और उसे लगा कि यह एक प्राइवेट नंबर है। उसने फौरन इस घटना के बारे में अपने स्टाफ को बताया।

स्टाफ ने तुरंत पुलिस को इस घटना के बारे में जानकारी दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और चारों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों के पास से फेक सीबीआई और पुलिस के आईडी कार्ड भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए चारों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में कई स्टशनों में केस दर्ज हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई जारी कर दी है। वहीं पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के अलावा इनकी टीम का पांचवां सदस्य अभी भी फरार है। आरोपियों को छह अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।