छात्रों की मान्यता होगी रद्द
सीईटी सेल और प्राधिकरण ने पिछले साल की गई 1228 प्रवेश की जांच करने का फैसला किया है, जिससे यह पता चले कि क्या छात्रों ने पिछले साल भी यह प्रयास किए थे। छात्रों के मूल अंकों की जानकारी अटमा में शामिल होगी। साथ ही प्रवेश प्रणाली को जमा किए गए दस्तावेजों की जांच की जाएगी। रिपोर्ट को प्रवेश प्राधिकरण के समक्ष रखा जाएगा। अब यह नहीं कहा जा सकता है कि सत्यापन के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं, लेकिन इस साल फर्जी दस्तावेज की शिकायत के बाद उनकी जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ अधिकारियों ने उनकी मान्यता रद्द करने का फैसला लिया है। सीईटी सेल के आयुक्त आनंद रायते ने यह जानकारी दी।
पुरानी प्रवेश प्रक्रिया के चलते छात्रों ने दी गलत जानकारी
उल्लेखनीय है कि अव्यवस्थाओं के मद्देनजर लाभों सीईटी की ओर से प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए ‘सार’ पोर्टल लॉन्च किया गया था। जबकि सर्वर में आई विभिन्न समस्याओं के चलते इस पोर्टल को बंद कर दिया गया था और पुराने तरीके से प्रवेश प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। इसका फायदा उठाकर छात्रों ने गलत तरीके से एडमिशन लेने का प्रयास किया था।