scriptSpecial Report: ऐसा रहा पुलिस मुठभेड़ में मारे गए एक लाख के इनामी साबिर की वारदातों का सफर | Criminal history of one lakh prized Sabir killed in police encounter | Patrika News
मुजफ्फरनगर

Special Report: ऐसा रहा पुलिस मुठभेड़ में मारे गए एक लाख के इनामी साबिर की वारदातों का सफर

मुकीम के जेल जाने के बाद फरार साबिर ने संभाली थी गैंग की कमान।

मुजफ्फरनगरJan 03, 2018 / 09:00 pm

Rahul Chauhan

Criminal Sabir
शामली। शामली में मंगलवार को पुलिस एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात इनामी बदमाश साबिर अपराध जगत में कुख्यात मुकीम काला का सहयोगी था। साबिर ने सरगना मुकीम के साथ मिलकर एक के बाद एक कई वारदातों को अंजाम दिया था। कैराना में अगस्त 2014 में दो व्यापारियों की हत्या के बाद दशहत फैला दी थी। कुख्यात मुकीम काला की उंगली पकड़ कर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला साबिर शातिरपन में अपने सरगना से भी आगे निकल गया था। पुलिस अभिरक्षा से फरार फरारी के बाद साबिर ने प्रत्यक्ष तौर पर गैंग की कमान अपने हाथ में संभाल ली थी, वहीं पैसों के लेनदेन को लेकर गैंग दो गुटों में भी बंटता नजर आ रहा था। बताया जा रहा है कि फिलहाल इस गैंग का एक और शार्प शूटर बलवा निवासी महताब उर्फ काना गोंडा व सादर दिल्ली जेल में बंद है जबकि गैंग का मास्टरमाइंड व सरगना मुकीम काला महाराजगंज जेल में सजा काट रहा है।
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गैंग में शामिल थे दो दर्जन बदमाश
पुलिस आंकड़ों के अनुसार इस गैंग में लगभग 24 सदस्य शामिल रहे हैं। जिनमें जंधेड़ी निवासी साबिर का गैंग में शार्प शूटर होने के नाते अलग ही रुतबा था। पुलिस पकड़ के बाद गैंग के सदस्यों ने इस बात को पूछताछ के दौरान कबूल भी किया था कि वारदात के दौरान सबसे पहली गोली साबिर द्वारा ही चलाई जाती थी।
कई राज्यों की पुलिस के लिए बना था सिर दर्द
कुख्यात साबिर का आंतक कैराना ही नहीं बल्कि यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में भी था। करीब सात माह पहले बाराबंकी जिले में पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए साबिर को छह प्रांतों की पुलिस तलाश कर रही थी। इस कुख्यात पर छह प्रदेशों में 68 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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इन जघन्य हत्याओं को दिया अंजाम
1- गंगोह थाना क्षेत्र में मुखबिरी के शक में दो सगे भाइयों की हत्या
2- रंगदारी न देने पर कैराना के बीच बाजार में लोहा व्यापारी राजेन्द्र उर्फ राजू व शिव कुमार की हत्या
3- गंगोह में ही डेढ़ करोड़ रुपये की डकैती के दौरान सर्राफ की हत्या
4- शामली में बुढ़ाना रोड पर शराब कंपनी के ऑफिस में लूटपाट कर गार्ड व कैशियर की गोली मारकर हत्या और बंदूक लूटना
5- गांव जंधेड़ी के ही मुर्सलीन उर्फ काला की हत्या
6- मुखबिरी के शक में गांव खुरगान के कल्लू व बलवा के काला की हत्या
7- कैराना के व्यापारियों की रंगदारी न देने पर हत्या
कैराना के व्यापारियों की रंगदारी न देने पर हत्या करने के बाद गैंग पूरी तरह से पुलिस के रडार पर आ गया था। जिसके बाद पुलिस लगातार निशाने पर रखकर इस गैंग के बदमाशों की तलाश में जुटी थी।
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