
एनकाउंटर में कुख्यात बदमाश जान मोहम्मद की मौत।
मुजफ्फरनगर. लगातार बदमाशों का सीना छलनी करने वाली मुजफ्फरनगर पुलिस को फिर से एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। रविवार को दिन निकलते ही एनएच-58 के बाइपास पर पुलिस और 12 हजार के इनामी बदमाश जान मोहम्मद के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें बागपत के थाना दोघट क्षेत्र निवासी जान मोहम्मद उर्फ जानू की मौत हो गई। वहीं इस एनकाउंटर में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस आरोपी के पास से एक कार और एक पिस्टल बरामद की है। जबकि इस दौरान उसका एक साथ फरार होने में कामयाब हो गया।
बता दें कि जान मोहम्मद पर मुजफ्फरनगर, बागपत और मेरठ सहित कई जिलों के विभिन्न थानों में 29 मुकदमे दर्ज हैं। मृतक बदमाश फिलहाल सात मुकदमों में वांछित चल रहा था, जिसमें लूट और हत्या के मुकदमे भी शामिल हैं। बदमाश के मारे जाने के बाद तीनों जिलों की पुलिस ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने बदमाश के कब्जे से एक कार, दो तमंचे, एक मोबाइल और एक टैब सहित भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। वहीं मौके पर पहुंचे SSP का क्षेत्र के लोगों ने स्वागत किया है और पुलिस जिंदाबाद के नारे भी लगाए हैं।
मामला थाना खतौली कोतवाली क्षेत्र के एनएच-58 का है। जहां पुलिस चौकी भंगेला पर तैनात पुलिसकर्मियों ने चेकिंग के दौरान एक गुजरात नंबर की संदिग्ध कार को रुकवाने का प्रयास किया तो कार में सवार दो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर और भागने लगे। तभी पुलिस ने भी बदमाशों का पीछा शुरू कर दिया और कई किलोमीटर चलने के बाद बदमाशों ने फिर से फायरिंग की, जिसमें गोली लगने से दो सिपाही घायल हो गए। वहीं पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की तो पुलिस की गोली से कार चला रहा बदमाश वहीं ढेर हो गया, जबकि उसका साथी मौका देखकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए गन्ने के खेतों से फरार हो गया। पुलिस ने फरार बदमाश की तलाश में जंगलों में काम्बिंग की, लेकिन जब तब वो पुलिस की पकड़ से दूर निकल चुका था। बता दें कि मृतक बदमाश जानू की खतौली क्षेत्र में भारत फाइनेंस कंपनी की रकम लूट और पुलिस पर हमले के मामले में खतौली पुलिस को तलाश थी। जानू इससे पहले 11 सितंबर की शाम को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस को चकमा देकर फरार हो था। उस समय उसका दूसरा साथी कल्लू गोली लगने के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया था।
एसएसपी को कंधों पर उठाकर लगाए जिंदाबाद के नारे
मुठभेड़ में इनामी बदमाश के ढेर हो जाने से जहां मुज़फ्फरनगर, मेरठ और बागपत की पुलिस ने राहत की सांस ली है। वहीं बदमाश के मारे जाने के बाद घटना स्थल पर पहुंचे क्षेत्र के लोगों ने एसएसपी मुजफ्फरनगर अनंत देव तिवारी की प्रसंशा की और उन्हें कंधों पर उठाकर पुलिस जिंदाबाद के नारे लगा।
बदमाशों का खौफ खत्म
मुजफ्फरनगर में अब बदमाशों का खौफ नहीं है| पिछले 17 दिन में यहां छह बड़े एनकाउंटर हो चुके हैं। पुलिस की गोली लगातार बदमाशों का सीना छलनी कर रही है| मुज़फ्फरनगर पुलिस ने एनकाउंटर का जो सिलसिला शुरू किया है उससे बदमाशों के होश फाख्ता हो चुके हैं। लगभग 60 दिनों से पुलिस का 'बदमाश पकड़ो अभियान' जारी है। वहीं बदमाशों में भी पुलिस के खौफ का आलम साफ तौर पर पर देखा जा रहा है और पुलिस भी फुल कॉन्फिडेंस में नजर आ रही है। डंडा फटकार कर चुप बैठने के लिए जानी जाने वाली पुलिस अब धड़ाधड़ अपराधियों को ठोक रही है। मुठभेड़ों का आलम यह है कि बीते 60 दिन में पुलिस ने दर्जनभर एनकाउंटर किए और तीन इनामी बदमाशों को मार गिराया है, जबकि कई बदमाशों को घायल कर गिरफ्तार किया गया है।
नदीम की मौत बड़ी सफलता
मुजफ्फरनगर के बड़े बदमाश नदीम को एक मुठभेड़ में घेर लेना और उसे मार गिराना पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही। गत नौ सितंबर को 15 हज़ार के इनामी बदमाश नदीम और पुलिस टीम के साथ मुठभेड़ हो गई थी। इस मुठभेड़ में दोनों ओर से हुई जबदस्त फायरिंग में एक बदमाश ढेर हो गया था, जबकि इस घटना में एक पुलिसकर्मी भी बदमाशों की गोली से घायल हुआ था। मृत बदमाश का नाम नदीम बताया गया, जो पिछले दो दिन पहले थाना नई मंडी पुलिस ने गिरफ्तार किया था और थाने से कोर्ट ले जाते समय पुलिस कर्मियों की आंखों में मिर्च पाउडर पुलिस फरार हो गया था। पुलिस को इसकी तभी से इसकी तलाश थी।
Updated on:
17 Sept 2017 12:29 pm
Published on:
17 Sept 2017 12:00 pm
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