दरअसल, यह मामला उत्तर रेलवे की ट्रेन उत्तकल एक्सप्रेस का है, जो दिल्ली से बनकर निजामुद्दीन को होते हुए हरिद्वार जाती है। सुबह जैसे ही ट्रेन ने मेरठ जिला पार किया, ट्रेन के एक डिब्बे में बच्चे की रोने की आवाज सुनाई देनी शुरू हुई। बच्चे की आवाज तो आ रही थी पर बच्चा कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। डिब्बे में रोने की आवाज सुन लोगों ने काेच में बच्चे की तलाश शुरू कर दी लेकिन बच्चा कही नहीं दिखाई दिया। जैसे ही एक महिला कोच में बने टॉयलेट के करीब पहुंची तो टॉयलेट के अंदर से मासूम के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उस महिला ने टॉयलेट के गेट पर लगी चटकनी खोली तो अंदर का नजारा देख दंग रह गयी।