
मुजफ्फरनगर। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली (Delhi) में हुई हिंसा (Violence) में आईबी (IB) कर्मी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद उनके पैतृक गांव इटावा में शोक की लहर दौड़ गई। गुरुवार को उनका शव गांव में पहुंचेगा। परिवार को सांत्वना देने के लिए गांव के ही नहीं बल्कि आसपास क्षेत्र के लोगों का तांता लगा हुआ है।
पुलिस को सर्च ऑपरेशन में मिला शव
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के बुढ़ाना थाना क्षेत्र के गांव इटावा निवासी अंकित पुत्र रविंद्र शर्मा आईबी में तैनात थे। उनका शव दिल्ली में एक नाले में पड़ा मिला था। अंकित शाम को ड्यूटी से जब घर आ रहे थे तब उपद्रवियों ने उन पर हमला कर दिया था। उनकी हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया दिया गया था। पुलिस के सर्च अभियान में उनका शव नाले में पड़ा मिला था। घटना की जानकारी गांव इटावा उनके घर पहुंची तो शोक की लहर दौड़ गई। अंकित के पिता रविंदर शर्मा भी खुफिया विभाग में दिल्ली में ही तैनात हैं।
भाई और बहन भी दिल्ली में कर रहे नौकरी
2017 में अंकित ने खुफिया विभाग की नौकरी ज्वाइन की थी। वह तीन भाई-बहन में दूसरे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई अंकुर दिल्ली में इंजीनियर और छोटी बहन सोनम डॉक्टर हैं। बताया जा रहा है कि अंकित का शव गुरुवार को गांव में पहुंचेगा। अंकित के चचेरे भाई सागर का कहना है कि सीएए के प्रदर्शन से समाज में अफरा-तफरी मच गई है। उनका भाई न तो हिंदू की वजह से मरा है न ही मुसलमान की वजह से मरा है। यह सब प्रदर्शन की वजह से हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से गुजारिश की कि जो सरकार चाहती है, वह किया करिए।
Updated on:
27 Feb 2020 10:42 am
Published on:
27 Feb 2020 10:40 am
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