
छोटे चौधरी जयंत ने किया बड़ा कमाल, भाजपा को झटका देकर इस नेता को कराया रालोद में शामिल
शामली. कर्नाटक में विपक्षी एकता का असर कैराना लोकसभा उपचुनाव में भी दिखने लगा है। पहले से ही भाजपा के दिग्गज दिवंगत नेता हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह के खिलाफ मजबूती से ताल ठोक रही सपा-रालोद गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली। दरअसल, उनके देवर और लोक दल के प्रत्याशी कंवर हसन ने अपनी भाभी के समर्थन का ऐलान कर दिया है। गौरतलब है कि एक तरफ मृगांका सिंह पिता की मौत के बाद सहानुभूित वोट मिलने की आस लगाए बैठी हैं। वहीं, उन्हें और भाजपा को अभी तक दो मुस्लिम प्रत्याशी होने की वजह से मुस्लिम वोट बंटने की भी उम्मीद थी। लेकिन अब कंवर हसन के सरेंडर कर देने से भाजपा की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर अब मुसलमानों का वोट बंटना लगभग मुश्किल हो गया है। वहीं, तबस्सुम के बसपा के ऐतिहासिक संबंध के बसपा का वोट और आरएलडी उम्मीदवार होने से जाट वोट मिलने की भी संभावना है। ऐसे गोरखपुर और फूरपुर के बाद एब इस सीट को बचाना भी मुश्किल नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ेंः चुनाव से पहले ही गठबंधन को मिली बड़ी कामयाबी, भाजपा नेताओं के होश हुए फाख्ता
कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। लोकदल के प्रत्याशी कंवर हसन ने अपनी भाभी आरएलडी गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन को समर्थन दे दिया है. दरअसल कंवर हसन ने लोकदल पार्टी से कैराना लोकसभा सीट से दावेदारी की थी, जिससे गठबंधन प्रत्याशी के ऊपर हार का संकट मंडरा रहा था। गठबंधन प्रत्याशी के सामने टिकट की दावेदारी से कैराना लोकसभा सीट पर जो मुस्लिम वोट बैंक है, उसका दोहरीकरण हो रहा था, जिससे विपक्षी पार्टियों के खेमे में हलचल मची हुई थी। कंवर हसन के टिकट को लेकर विपक्ष पर हार का बादल मंडरा रहा था। लेकिन गुरुवार को आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की अध्यक्षता में कंवर हसन ने गठबंधन प्रत्याशी यानी अपनी भाभी तबस्सुम हसन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। कंवर हसन के समर्थन के साथ ही बीजेपी प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। दरअसल, अब तक जिन वोटों का बंटवारा भाभी और देवर को लेकर हो रहा था। अब वह एक ही प्लेटफार्म पर आता नजर आ रहा है।
शामली के गांव जसाला में जयंत चौधरी ने गुरुवार को भाभी और देवर के बीच चल रही तनातनी को शांत करा दिया। जयन्त द्वारा बुलाई गई इस मीटिंग में नाहिद हसन के चाचा अनवर हसन और कंवर हसन सहित सैकड़ों की संख्या में कार्येकर्ता मौजूद थे। अब कैराना में दोनों प्रत्याशी एक साथ मिलकर चुनाव प्रचार करेंगे और गठबंधन प्रत्याशी को कैराना लोकसभा सीट पर भारी मतों से विजय बनाने के लिए काम करेंगे। भाभी और देवर के इस समर्थन से बीजेपी खेमे में हलचल मच गयीं है। बीजेपी ने कैराना लोकसभा सीट को लेकर जो समीकरण बनाएं थे। अब वह कही न कही धराशाही होते नजर आ रहे हैं।
Published on:
24 May 2018 04:59 pm
बड़ी खबरें
View Allमुजफ्फरनगर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
