
शामली। कैराना लोकसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा के शामली में कार्यालय के उद्घाटन पर भाजपा नेताओं ने मंच से भाषण दिए। भाजपा के नेताओं ने तो कैराना में चुनाव हारने पर पाकिस्तान में दिवाली मनाए जाने से लेकर विपक्ष की संयुक्त प्रत्याशी तबस्सुम हसन पर तरह-तरह के आरोप भी लगाए। साथ ही कैराना पलायन के लिए संयुक्त प्रत्याशी तबस्सुम हसन के परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। आपको बता दें कि 28 मई को होने वाले कैराना लोकसभा उपचुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां पूरे जोरों पर हैं। इसी को लेकर नेताओं की बयानबाजी का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है।
चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर शामली पहुंचे शाहजहांपुर के भाजपा नेता (कैराना विधानसभा के प्रभारी मनोज कश्यप) ने कहा कि अगर कैराना में भाजपा चुनाव हारी तो पाकिस्तान में दिवाली मनाई जाएगी। जम्मू कश्मीर के कुछ विशेष भागों में भी दिवाली मनाई जाएगी, पटाखे फोड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कैराना में भारतीय जनता पार्टी हार गई तो हर हिंदुस्तानी की आंखों में आंसू होंगे। उन्होंने कहा कि दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की चिंगारी नष्ट नहीं होने पाएगी। वह हुकुम सिंह जिन्होंने कैराना पलायन की बात को अमरीका तक पहुंचाया था। अब इस चुनाव में उनकी बेटी को जिताकर संसद में भेजना है।
इसके बाद शामली से भाजपा विधायक तेजेंद्र निर्वाल ने इस चुनाव को आतंकवादियों और देशद्रोहियों से जोड़ दिया। तेजेंद्र निर्वाल ने कहा कि इस चुनाव में दो ही प्रत्याशी हैं एक प्रत्याशी वह है जो देश के साथ है। यदि आप लोग देश के साथ नहीं हैं तो माना जाएगा कि आप लोग उनके साथ हैं जो आतंकवादियों का समर्थन करते हैं। आप उनके साथ हैं जो जिन्ना को पूजने वालों के साथ हैं। यह यहां की जनता को तय करना है कि केवल दो ही रास्ते हैं एक तो आपके बच्चों के भविष्य का सवाल है। आप लोगों को कॉल करके भाजपा के साथ आना पड़ेगा और दूसरों को बताना पड़ेगा कि यहां की जनता गुंडों के साथ आतंकवादियों का समर्थन करने वालों के साथ नहीं है। इस चुनाव में उनको अपनी ताकत का एहसास कराना पड़ेगा कि हम जब भी चाहें उनको उनके घर में घुसा सकते हैं।
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इस मौके पर मौजूद मुजफ्फरनगर के भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुजफ्फरनगर और शामली में 2013 में हुई सांप्रदायिक हिंसा में दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाने की बात की तो संयुक्त प्रत्याशी के पेट में दर्द हुआ, उन्होंने इसका विरोध किया। अब जनता को उस प्रत्याशी को उस पार्टी को जवाब देना पड़ेगा कि क्या वह उस समय दर्ज हुए फर्जी मुकदमे वापस चाहती है या नहीं। उनके जवाब के बाद ही कैराना लोकसभा की जनता उनको जवाब देना चाहेगी।
संजीव बालियान ने कहा कि कैराना लगातार पिछले चार दशकों से चर्चाओं में है। कैराना वह कैराना जिसमें पहले पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई होती थी और उन हथियारों को सांप्रदायिक हिंसा के लिए प्रयोग किया जाता था। साथ ही उन बदमाशों को संरक्षण कौन सा परिवार देता था यहां की जनता सब जानती है। जानकारी के मुताबिक बलियान का यह इशारा कैराना से संयुक्त प्रत्याशी तबस्सुम हसन व उनके परिवार की ओर था। क्योंकि कैराना में लगातार उसी परिवार का एकछत्र राज रहा है। कैराना पलायन करने वाले बदमाश हत्या करने के बाद किस परिवार में शरण लेते थे और कानून बदमाशों को संरक्षण देता था यह जनता खूब अच्छी तरह जानती है।
Published on:
07 May 2018 08:08 pm
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